धर्म-अध्यात्म

Published: May 22, 2022 11:24 AM IST

Bhanu Saptamiआज है 'भानु सप्तमी', भगवान सूर्य की को भोग में यह चढ़ाएं, बढ़ेगी सुख-समृद्धि

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

-सीमा कुमारी 

हिन्दू धर्म में ‘भानु सप्तमी’ (Bhanu Saptami) का बड़ा महत्व है। इस साल यह तिथि 22 मई यानी आज रविवार को है। ‘भानु सप्तमी’ की पावन तिथि भगवान सूर्यदेव को समर्पित है। प्रत्येक मास की शुक्ल पक्ष पर रविवार को पड़ने वाली सप्तमी को भानु सप्तमी मनाई जाती है। यह ‘सूर्य सप्तमी’ के रूप में भी लोकप्रिय है।

‘भानु सप्तमी’ का सबसे बड़ा महत्व यह है कि इस दिन जो व्यक्ति भगवान सूर्य की पूजा करते हैं उन्हें धन, दीर्घायु और अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। मान्यताओं के अनुसार, यह माना जाता है कि, भानु सप्तमी का व्रत करने से व्यक्ति को अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। आइए जानें भानु सप्तमी की तिथि, पूजा मुहूर्त और इस दिन क्या करें ?

तिथि

पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि का प्रारंभ 21 मई दिन शनिवार को दोपहर 02 बजकर 59 मिनट पर हो रहा है। इस तिथि का समापन अगले दिन 22 मई रविवार को दोपहर 12 बजकर 59 मिनट पर होगा। ऐसे में भानु सप्तमी व्रत 22 मई को रखा जाएगा।

पूजा मुहूर्त

‘भानु सप्तमी’ व्रत के दिन इंद्र योग सुबह से लेकर अगले दिन प्रात: 03:00 बजे तक है और धनिष्ठा नक्षत्र रात 10:47 बजे तक हैं। द्विपुष्कर योग प्रात: 05:27 बजे से लेकर दोपहर 12:59 बजे तक हैं। इंद्र योग, द्विपुष्कर योग और धनिष्ठा नक्षत्र शुभ एवं मांगलिक कार्यों के लिए उत्तम माने गए हैं। इस दिन राहुकाल शाम 05:26 बजे से शाम 07:09 बजे तक है।

ऐसे में आप 22 मई को प्रात: स्नान के बाद सूर्य देव को जल अर्पित करें और सूर्य देव के भानु स्वरूप की पूजा करें। इस दिन आप चाहें तो भानु सप्तमी व्रत भी रख सकते हैं।

पूजा-विधि

महिमा

‘भानु सप्तमी’ उस दिन का प्रतीक माना जाता है जब भगवान सूर्य के आगमन ने सृष्टि को जीवंत कर दिया था। ऐसा माना जाता है कि भगवान सूर्य एक स्वर्ण रथ पर विराजमान हैं। सात घोड़े उनके रथ को खींचते हैं और ये घोड़े सूर्य की सात किरणों को दर्शाते हैं। अरुण भगवान सूर्य का सारथी हैं, जो सूर्य की चिलचिलाती गर्मी से पृथ्वी को बचाने और ढालने के लिए सामने खड़े हैं। भगवान सूर्य सभी प्राणियों के निर्माता हैं । जो व्यक्ति भगवान सूर्य की पूजा करते हैं और भानु सप्तमी का व्रत रखते हैं, उन्हें अच्छे स्वास्थ्य और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।