वास्तु-ज्योतिष

Published: Aug 17, 2022 04:42 PM IST

Janmashtami 2022इन राशि के जातकों के लिए वरदान हो सकती है यह 'जन्माष्टमी', इस विशेष योग में करें श्रीकृष्ण की पूजा

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
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(Image-Social Media)

सीमा कुमारी

नई दिल्ली: हिंदू धर्म में ‘श्रीकृष्ण जन्माष्टमी’ का बहुत अधिक महत्व है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, भाद्रपद के कृष्ण पक्ष के रोहिणी नक्षत्र में अष्टमी तिथि को भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था। इसी उपलक्ष्य में इस दिन भक्त कृष्ण जन्मोत्सव मनाते हैं तथा व्रत रखते हुए भगवान कृष्ण की पूजा करते हैं।

मान्यता है कि इस दिन भगवान कृष्ण की पूजा करने से वैवाहिक जीवन सुखमय रहता है, संतान सुख की प्राप्ति होती है और जीवन के सभी क्षेत्रों में तरक्की होती है। ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार कुछ राशियां भगवान श्रीकृष्ण को बेहद प्रिय हैं। इन राशियों पर केशव की विशेष कृपा बरसती है। आइए जानें इन राशियों के बारे में-

ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, कर्क राशि पर श्रीकृष्ण मेहरबान रहते हैं। इनकी कृपा से इस राशि के जातक जो भी कार्य करते हैं, उन्हें उसमें सफलता मिलती है। धार्मिक मान्यता है कि जिन लोगों पर केशव की विशिष्ट कृपा होती है। उन्हें मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है।

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए भी भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव बहुत लाभदायक साबित होने वाला है। इस राशि के जातकों के लिए धन प्राप्ति का योग बन रहा है और नौकरी व व्यवसाय में भी तरक्की होने के अनुमान है। जो विद्यार्थी परीक्षा के लिए पढ़ाई कर रहे हैं उन्हें भी अच्छे परिणाम प्राप्त होने की संभावना है।

 

मान्यता है कि तुला राशियों को जीवन में सभी प्रकार के सुख प्राप्त होते हैं। इन पर कृष्ण की विशेष कृपा होती है। इस राशि के जातकों को मान-सम्मान व पद प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है। इन्हें भगवान कृष्ण और राधा का मनन करते रहना चाहिए।

 सिंह राशि भी भगवान श्रीकृष्ण को प्रिय है। इस राशि के जातक अधिक मेहनती होते हैं। कान्हा की कृपा से इन्हें हर काम में शुभ फल प्राप्त होता है। वहीं सभी मनोकामनाएं पूरी होती है।

जन्माष्टमी पर बन रहा है यह विशिष्ट योग

इस बार जन्माष्टमी दो दिन मनाई जायेगी, क्योंकि अष्टमी तिथि दो दिन अर्थात 18 और 19 अगस्त को पड़ रही है।  इस बार इस दिन कई बेहद खास योग और मुहूर्त का निर्माण हो रहा है जो कि पूजा की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है।

वृद्धि योग : 17 अगस्त को दोपहर बाद से 18 अगस्त को 8:41 PM तक

अभिजीत मुहूर्त : 18 अगस्त की दोपहर 12:05 PM से 19 अगस्त को 12:56 AM

ध्रुव योग : 18 अगस्त को 8:41 PM से 19 अगस्त को 8:59 PM