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Published: Oct 10, 2020 01:28 PM IST

World Mental Health Day 2020सबसे आवश्यक मानसिक स्वास्थ्य का स्वस्थ होना

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
आज यानि 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस (World Mental Health Day) मनाया जाता है।  यह दिन लोगों को मेंटल हेल्थ को लेकर जागरूक करता है, जो बेहद आवश्यक है।
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस की शुरुआत साल 1992 में हुई थी। संयुक्त राष्ट्र (United Nation) के उप महासचिव रिचर्ड हंटर और वर्ल्ड फेडरेशन फॉर मेंटल हेल्थ (World Health Fedreation For Mental Health) की पहल पर यह दिवस मनाया गया था। 
वर्ल्ड फेडरेशन फॉर मेंटल हेल्थ 150 से अधिक सदस्य देशों वाला एक वैश्विक मानसिक स्वास्थ्य संगठन है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार लगभग 450 मिलियन लोग विश्वभर में मानसिक विकार से ग्रस्त हैं। 

विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का मुख्य उद्देश्य विश्वभर में मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार लगभग 450 मिलियन लोग विश्वभर में मानसिक विकार से ग्रस्त हैं।   

विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के मौके पर हर साल अलग थीम रखी जाती है।इस साल की थीम – “सभी के लिए मानसिक स्वास्थ्य: अधिक से अधिक निवेश, ज़्यादा से ज़्यादा पहुंच” रखी गई है। आज इसी थीम पर पूरे विश्व में कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।  

इस भागती दौड़ती ज़िंदगी में स्वास्थ्य का ख्याल रखना बेहद ज़रूरी है। स्वास्थ्य का सर्वाधिक महत्व है, स्वस्थ जीवन के लिए, एक व्यक्ति को संतुलित आहार और नियमित रूप से व्यायाम करने की आवश्यकता होती है। 

मानसिक बीमारी आज के दौर में इतनी ज़्यादा ज्यादा बढ़ गई है की हर दूसरा व्यक्ति इससे ग्रस्त है। मानसिक बीमारी से ग्रस्त लोगों में कई बार आत्महत्या का ख्याल भी आता है। 
वहीं मानसिक रोगों की बात करें तो यह कई प्रकार के होते हैं। जैसे अल्जाइमर, ऑटिज्म, डिप्रेशन, तनाव, चिंता, डिस्लेक्सिया, कमजोर याददाश्त, डर लगना, भूलने की आदत आदि है।

यह रोग होने के बहुत से कारण हो सकते है। सबसे अधिक संभावना उन लोगों में होता है जिनके रिश्तेदारों को भी मानसिक बीमारी होती है। यह समस्या उन लोगों में भी है जो बहुत अधिक मात्रा में शराब का सेवन करते हैं या ड्रग्स लेते हैं।   

उदास रहना, व्याकुल होना, मन न लगना, डर लगना, बार-बार मन में परिवर्तन होना, नींद न आना आदि मानसिक रोग के लक्षण होते हैं।

मानसिक रोग को दूर करने का सबसे पहले व्यक्ति को खुद की एहमियत और कीमत को समझने की ज़रूरत है। अगर मानसिक रोगियों का आत्मविश्वास बढ़ाया जाए तो इन बिमारियों को काम किया जा सकता है। 

इसके लिए कोशिश करें की वह लोग अपने परिवार के साथ थोड़ा समय बिताएं। इसके अलावा रोगी जितना हो सके उतना खुद को व्यस्त रखें। इस रोग को दूर भगाने का सबसे मुख्य और आसान तरीका मनोचिकित्सक की सलाह लेना भी है।