संपादकीय

Published: Jun 06, 2022 03:17 PM IST

संपादकीयCM कुर्सी पर राकां की नजर, शिवसेना आशंकित कांग्रेस दौड़ में नहीं

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी सरकार में सबकुछ ठीक नहीं है. यद्यपि राकां प्रमुख शरद पवार आघाड़ी के शिल्पकार हैं और राकां के अधिक विधायक होने के बावजूद शिवसेना को मुख्यमंत्री पद दिया गया है फिर भी अब राकां सीएम पद के लिए लालायित हो उठी है. पहले तो शरद पवार की बेटी तथा 13 वर्षों से लगातार निर्वाचित हो रही सांसद सुप्रिया सुले ने तुलजा भवानी माता के सामने मन्नत मांगी कि राकां को मुख्यमंत्री पद मिल जाए तो वे पार्टी के सारे विधायकों के साथ दर्शन के लिए पुन: आएंगी. उन्होंने कहा कि राज्य में राकां की ताकत दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. ऐसे में अगले चुनाव में राकां का सीएम बनना चाहिए.

महाराष्ट्र प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने सुप्रिया को घर जाकर खाना पकाने की सलाह दे डाली. पाटिल की ऐसी अवांछित टिप्पणी पर उन्हें महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग की प्रमुख रूपाली चाकणकर ने नोटिस भेजा. सुप्रिया सुले के बाद राकां नेता व कैबिनेट मंत्री धनंजय मुंडे ने भी सातारा जिले में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि राज्य का अगला सीएम उनकी पार्टी का होगा. इन बयानों से लगता है कि बीजेपी को सत्ता से दूर रखने के उद्देश्य से बनी महाविकास आघाड़ी के तीनों प्रमुख घटक दलों राकां, शिवसेना व कांग्रेस में कोई सौहार्द्रपूर्ण संबंध नहीं है. उनका मन आपस में नहीं मिल पाया है.

राकां अपनी बढ़ती ताकत को देखते हुए सीएम पद पाने की इच्छुक है. वैसे भी सरकार में सभी महत्वपूर्ण और मलाईदार विभाग राकां के पास ही हैं. कांग्रेस के सबसे कम विधायक होने से वह आघाड़ी सरकार में जूनियर पार्टनर है. उसके लिए सत्ता में भागीदारी मिलना काफी है इसलिए वह सीएम पद की दौड़ में बिल्कुल भी नहीं है फिर भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने राकां नेताओं के बयानों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा, यह फैसला जनता करती है. सपने देखने का अधिकार सभी को है लेकिन कुछ लोग तो दिन में ही सपने देख रहे हैं. दूसरी ओर शिवसेना सांसद संजय राऊत ने कहा कि शरद पवार प्रधानमंत्री बन जाएं, महाराष्ट्र का नेतृत्व शिवसेना ही करेगी.