संपादकीय

Published: Aug 31, 2021 01:30 PM IST

संपादकीयमेघालय गवर्नर मलिक की खट्टर को माफी की सलाह

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

मेघालय के गवर्नर सत्यपाल मलिक पहले जम्मू-कश्मीर के भी उपराज्यपाल रह चुके हैं. वे अपनी प्रतिक्रया व्यक्त करने में काफी मुखर हैं और राजनीतिक लाभ-हानि का विचार न करते हुए बेलौस तरीके से अपनी बात रखते हैं. वे किसी की चापलूसी नहीं करते बल्कि जो बात हजम नहीं होती, उस पर सीधे टिप्पणी कर देते हैं. हरियाणा के करनाल में पुलिस ने किसानों पर बर्बर लाठी चार्ज किया. कितने ही किसानों के सिर फूटे. एक किसान सुशील काजल की तो मौत भी हो गई. 

इस घटना पर नाराजगी जताते हुए सत्यपाल मलिक ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर किसानों से माफी मांगें. साथ ही किसानों पर लाठी चार्ज का आदेश देने वाले एसडीएम आयुष सिन्हा को फौरन बर्खास्त किया जाए, वह नौकरी में रहने लायक नहीं है. जबकि खट्टर सरकार उसे संरक्षण दे रही है. सत्यपाल मलिक इसके पहले भी किसानों के समर्थन में आवाज उठाते रहे हैं. उन्होंने तीखे शब्दों में आलोचना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर जानबूझकर किसानों पर लाठी चलवा रहे हैं जबकि केंद्र सरकार ने किसानों पर बल प्रयोग नहीं किया. किसान आंदोलन को देखते हुए मैंने शीर्ष नेतृत्व से कहा था कि किसानों पर बलप्रयोग न करें. मलिक ने कहा कि मुझे गवर्नर पद से मोहब्बत नहीं है. मैं जो बोलता हूं, दिल से बोलता हूं. मुझे वापस किसानों के बीच जाना है. मैं अपने लोगों के लिए लगातार बोलता रहूंगा, चाहे इसके नतीजे कुछ भी हों.

मलिक पश्चिमी उत्तरप्रदेश के हैं जो किसान बहुल क्षेत्र है. उन्होंने इस बात पर दुख जताया कि आंदोलन के दौरान 600 किसानों की मौत हुई लेकिन सरकार की ओर से किसी ने सांत्वना का एक शब्द भी नहीं बोला. हरियाणा के करनाल में किसानों पर लाठी चार्ज के विरोध में पूरे पंजाब से किसान सड़कों पर उतर आए हैं. उन्होंने जगह-जगह जाम लगा दिया और हरियाणा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ने हमें खालिस्तानी कहा है. अगर हम खालिस्तानी हैं तो यहां सरकारी तालिबानियों का देश पर कब्जा हो चुका है. लाठी चार्ज के बाद दिल के दौरे से मरने वाले किसान सुशील काजल के परिजनों ने कहा कि उस पर कई बार लाठी से वार किया गया था. इसके बाद हार्ट अटैक से उसकी मृत्यु हो गई.

हरियाणा के सीएम खट्टर ने पुलिस का बचाव करते हुए कहा कि पुलिसकर्मियों पर पथराव किया गया और एक हाईवे को ब्लाक कर दिया गया, तब पुलिस ने कार्रवाई की. गत शनिवार को खट्टर व प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ओपी धनखड़ का करनाल में बीजेपी की प्रदेश स्तरीय बैठक का कार्यक्रम था जिसका किसानों ने विरोध करने का ऐलान कर रखा था. किसानों को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. हरियाणा के उपमुख्यमंत्री व जननायक जनता पार्टी के नेता दुष्यंत चौटाला ने करनाल के एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, जिन्होंने किसानों की पिटाई करने का आदेश दिया था. दुष्यंत ने कहा कि इस आईएएस अधिकारी के आचरण से मैं दुखी हूं. उसे सतर्कतापूर्वक काम करना चाहिए था. हम जांच के बाद उस पर कार्रवाई की मांग करेंगे.