नवभारत विशेष

Published: Aug 09, 2020 09:11 AM IST

नवभारत विशेषउत्तरप्रदेश की विशेषता अनेक PM दिए, अब 7 गवर्नर

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

देश की राजनीति में उत्तरप्रदेश की उल्लेखनीय भूमिका रही है. वहां लोकसभा सीटें अधिक होने की वजह से अधिकांश प्रधानमंत्री देने का श्रेय इस राज्य को मिलता रहा है. यूपी में पहले 85 लोकसभा सीटें थीं. उत्तराखंड राज्य बनने पर इसमें से 5 सीटें कम हो गईं. इतने पर भी 80 लोकसभा सीटों के कारण भारत की राजनीति में यूपी की भूमिका काफी हद तक निर्णायक साबित होती है. वैसे कुछ अपवाद भी हैं, फिर भी केंद्र में सरकार चाहे जिस पार्टी की हो, यूपी का वर्चस्व नकारा नहीं जा सकता. उत्तरप्रदेश की 80 लोकसभा सीटें अकेले ही 2 राज्यों की सीटों के बराबर हैं. दक्षिणी राज्यों में सीटें कम हैं क्योंकि वहां जनसंख्या का घनत्व कम है. इसलिए केंद्रीय राजनीति में दक्षिणी राज्य प्राय: घाटे में रहते हैं. हिंदी भाषी राज्यों में उत्तरप्रदेश ही अगुआ माना जाता है. आजादी के पहले इसे यूनाइटेड प्राविंस या संयुक्त प्रांत कहते थे. बाद में राज्यों का गठन होने पर इसे उत्तरप्रदेश नाम दिया गया.

जवाहरलाल नेहरू, लालबहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, चौधरी चरण सिंह, वीपी सिंह, चंद्रशेखर, अटलबिहारी वाजपेयी सभी यूपी से लोकसभा चुनाव जीतकर देश के प्रधानमंत्री बने. इसी तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी यूपी के वाराणसी से लोकसभा सांसद हैं. नेहरू 15 अगस्त 1947 से 27 मई 1964 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे. उनके बाद लालबहादुर शास्त्री 11 जनवरी 1966 को ताशकंद में निधन तक पीएम रहे. उनका कार्यकाल मुश्किल से डेढ़ वर्ष रहा. इंदिरा गांधी 1966 से 1977 तक और फिर दूसरी बार 1980 से 31 अक्टूबर 1984 तक इस तरह लगभग 15 वर्षों तक पीएम रहीं. जनता पार्टी के चरण सिंह और जनता दल के वीपी सिंह का कार्यकाल सीमित रहा. यही हाल चंद्रशेखर का भी हुआ. चरणसिंह और चंद्रशेखर अपनी महत्वाकांक्षा के चलते कांग्रेस के बाहरी समर्थन से पीएम बने थे. जैसे ही कांग्रेस ने समर्थन वापस लिया, उनकी सरकारें गिर गईं. बीजेपी के अटलबिहारी वाजपेयी लगभग 6 वर्ष प्रधानमंत्री रहे. उनकी  पहली सरकार 13 दिन व दूसरी सरकार 13 महीने चली. बाद में चुनाव होने पर वाजपेयी 1999 से 2004 तक पीएम रहे. उन्होंने लखनऊ से चुनाव लड़ा था. देश के अन्य प्रधानमंत्रियों में मोरारजी देसाई गुजरात, पीवी नरिसंहराव आंध्रप्रदेश तथा एचडी देवगौड़ा कर्नाटक से लोकसभा चुनाव जीते थे. मनमोहन सिंह असम से राज्यसभा सदस्य चुने गए थे. वे एकमात्र ऐसे पीएम थे जिन्होंने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा था.

राज्यपालों की बहुतायत

यूपी के गाजीपुर निवासी मनोज सिन्हा को जम्मू और कश्मीर का उपराज्यपाल बनाया गया है. वे प्रधानमंत्री मोदी की पिछली कैबिनेट (2014-19) में रेल व संचार मंत्रालय संभाल चुके हैं. अभी देश में 7 राज्यपाल ऐसे हैं जो मूलत: यूपी के हैं. इनमें राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र, गोवा के गवर्नर सत्यपाल मलिक, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, बिहार के गवर्नर फागू चौहान, उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य तथा अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल ब्रिगेडियर बीडी मिश्रा भी मूलत: उत्तरप्रदेश के हैं. खास बात तो यह है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी यूपी से हैं और प्रधानमंत्री मोदी भी यूपी की वाराणसी सीट से निर्वाचित हैं.