निशानेबाज़

Published: Mar 15, 2023 03:53 PM IST

निशानेबाज़ग्रामर में नाउन और प्रोनाउन, चीन में लग सकता है लॉकडाउन

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, चीन में फिर कोरोना के मामले बढ़ रहे है और पुन: लॉकडाउन लगाया जा सकता है. वहां लॉकडाउन लगने का मतलब है कि घर में खाने पीने का सामान न हो तो भी खरीदने बाहर नहीं जा सकते. घर में आग भी लग जाए तो बाहर निकल नहीं सकते. आप इतने साल लॉकडाउन की भारत में कल्पना भी नहीं कर सकते.’’

हमने कहा, ‘‘कौन बनेगा करोड़पति प्रोग्राम में अमिताभ बच्चन पूछते हैं- लॉक किया जाए? हमने देश में कितने ही उद्योगों में घाटे की वजह से लॉकआउट तालाबंदी कर दी गई. जब भारत आजाद हुआ था तो भारतवासियों ने अंग्रेजों को लॉकसाक एंड बैरल अर्थात बोरिया बिस्तर बांधकर हमेशा के लिए इंग्लैंड वापस भेज दिया था. जब भारत में रामराज्य था तो लोग घरों में ताले नहीं लगाया करते थे. अब लाक है इसीलिए लॉकडाउन होता है.’’

पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज अपने यहां पहले अलीगढ़ का ताला मशहूर था, फिर लोहे और पीतल के साथ स्टील का ताला आ गया. डिजिटल लॉक भी आ गए. सूटकेस में नंबरवाले लॉक रहते हैं. आपको एक पुराना टीवी विज्ञापन याद होगा- न गड़बड़ न घोटाला जब लगा हो हैसियन का ताला! वही लॉक अच्छा होता है जो सिर्फ अपनी ही चाबी से खुलता है. शक्की किस्म के लोग घर में ताला लगाने के बाद उसे कई बार हिला-डुला कर देख लेते हैं कि ठीक से लगा है या नहीं. कुछ तो एक लॉक लगा देने के बाद भी निश्चिंत नहीं होते और डबल लॉक लगा देते हैं.’’

हमने कहा, ‘‘यह मत समझिए कि लॉक सिर्फ आपके घर, तिजोरी या लॉकर तक सीमित रहता है. देश की तमाम बड़ी नदियों पर बने बांध में भी लॉक रहता है. जलस्तर बढ़ने पर बांध के गेट खोल दिए जाते हैं. कुश्ती और मार्शल आर्ट्स में भी प्रतिद्वंद्वी को लॉक में जकड़ा जाता है. फ्रीस्टाइल रेसलिंग में डेथ लॉक लगाकर दूसरे पहलवान को बेबस कर दिया जाता है.’’

पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज बैंकों में आभूषण या महत्वपूर्ण डाक्युमेंट सुरक्षित रखने के लिए लाकर्स की सुविधा रहती है. लॉकडाउन का सीधा संदेश है- बाहर से कोई अंदर न आ सके, अंदर से कोई बाहर न जा सके. जब बैंक डूब जाता है तो डिपाझिट की रकम अटक जाती हैं. पैसा निकालने की मनाही होती है. इसे लॉक इन पीरियड कहते हैं.’’