निशानेबाज़

Published: Apr 18, 2023 03:27 PM IST

निशानेबाज़CBI के सवाल पर सवाल, जूझ रहे हैं केजरीवाल

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, दिल्ली के सीएम केजरीवाल सवाल के सवाल में फंस गए हैं. सीबीआई ने 9 घंटे तक उनसे थका देने वाली लंबी पूछताछ करते समय यह भी नहीं सोचा कि केजरीवाल भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन करनेवाले समाजसेवी अन्ना हजारे के प्रिय शिष्य रहे हैं. जब अरविंद दिल्ली के मुख्यमंत्री बने तो 2 कमरे के मकान में रहते थे और उनके पास अपने एक दोस्त की उधार ली हुई सेकेंडहँड मारुति वैगनआर कार थी. सिर पर टोपी और गले में मफलर के साथ खांसते रहना उनका स्टाइल स्टेटमेंट था. राजनीतिक सफलता की मैराथन रेस में उन्होंने अन्य पार्टियों को पीछे छोड़ दिया. 2012 में आम आदमी पार्टी बनाई और सिर्फ 11 वर्षों में उसके लिए राष्ट्रीय दल का शानदार दर्जा हासिल कर लिया. प्रधानमंत्री मोदी के पास विकास का गुजरात मॉडल है तो केजरीवाल ने दिल्ली मॉडल बनाकर दिखाया? दिल्ली के बाद पंजाब जीतकर दिखाया. अन्य राज्यों में भी पार्टी की पैठ बनाई. अपनी सफलता के चलते वे 2024 के आम चुनाव में पीएम पद के सबल दावेदारों में से एक हो सकते हैं.’’

हमने कहा, ‘‘सीबीआई ने अबतक 56 सवाल पूछकर जानना चाहा कि केजरीवाल के पास इतना माल कहां से आता है कि वे बिजली मुफ्त, पानी मुफ्त, महिलाओं को बस यात्रा मुफ्त, मुहल्ला क्लीनिक जैसी योजनाएं चलाते हैं. सरकारी स्कूलों का हुलिया बदलकर पब्लिक स्कूलों जैसी बना देते हैं. उनकी पार्टी शिक्षकों को ट्रेनिंग लेने विदेश कैसे भेज पाती है? भगवंत मान जैसे कॉमेडियन को उन्होंने पंजाब का सीएम कैसे बनवाया?’’

पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज सीबीआई ने अरविंद केजरीवाल से 2021-22 की आबकारी नीति को बनाने और लागू करने में किए गए भ्रष्टाचार के बारे में पूछा होगा. इस बारे में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से भी पूछताछ की गई थी.’’

हमने कहा, ‘‘केजरीवाल हमेसा से सतर्क और सावधान रहे हैं. वे कभी किसी फाइल पर दस्तखत नहीं करते. जब उनके सिग्नेचर ही नहीं मिलेंगे तो जांच एजेंसी कैसे अपने जाल में ले पाएगी? आईआईटी खड़गपुर के टॉपर तथा ज्वाइंट कमिश्नर रेवेन्यू रह चुके केजरीवाल शासनतंत्र की बारीकियों को भली भांति जानते हैं. उनके सोर्स आफ फंडिंग का पता लगाना घास के ढेर में सुई खोजने के समान है. उन्होंने दिल्ली के हर एलजी को एजी, ओजी, लोजी, सुनोजी कहकर कदम-कदम पर चुनौती दी. कहना होगा कि गुरु अन्नाजी गुड़ रह गए लेकिन चेला केजरीवाल शक्कर बन गए.’’