निशानेबाज़

Published: Dec 21, 2020 09:32 AM IST

निशानेबाज़ऐसा है डिजिटल का झटका PM मोदी का ऑफिस भी दांव पर

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज (Nishanebaaz), कितनी हैरत की बात है कि किसी शरारती व्यक्ति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra modi) का वाराणसी स्थित जनसंपर्क कार्यालय बेचने के लिए ओएलएक्स (OLX) पर विज्ञापन डालने का दुस्साहस किया. आप तो जानते हैं कि मोदी का चुनाव क्षेत्र वाराणसी है. विज्ञापन का स्क्रीन शॉट वायरल होते ही खलबली मच गई.’’ हमने कहा, ‘‘लोग तो चंद्रमा की जमीन भी बेचते हैं और खरीदनेवाले बगैर देखे वहां प्लाट खरीद भी लेते है. इसलिए पीएम के जनसंपर्क कार्यालय की बिक्री की पेशकश कौन सी बड़ी बात है!’’ पड़ोसी ने कहा, ‘‘चांद और मंगल की जमीन की खरीद-बिक्री आपत्तिजनक नहीं है लेकिन पीएम का जनसंपर्क कार्यालय (Varanasi Public Relations Office) बेचने की कोशिश अपराध है.

समझ में नहीं आता कि ठगों की ऐसा

करने की हिम्मत कैसे होती है?’’ हमने कहा, ‘‘आपने सुना होगा- कली बेच देंगे, चमन बेच देंगे, वतन के लुटेरे वतन बेच देंगे. खुद बीजेपी के लोग कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कुछ वर्ष पूर्व तिरस्कार के साथ कहा करते थे- क्या बाकी रह गया है. कांग्रेस के नेता देश बेचकर खा गए. अब खुद बीजेपी की सरकार विनिवेश के नाम पर सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम प्राइवेट पार्टियों को बेचने की तैयारी में लगी है. सरकार भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन, जीवन बीमा निगम, इंडियन रेलवे फाइनांस कार्पोरेशन, कानकोर शिपिंग कार्पोरेशन बेचकर 2.1 लाख करोड़ रुपए जुटाना चाहती है.’’ पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज फिलहाल प्रधानमंत्री मोदी का ऑफिस बेचने की बात हो रही है. विज्ञापन में पीएम के जनसंपर्क कार्यालय की कीमत 7.50 करोड़ रुपए बताई गई. विवरण में पीएमओ ऑफिस फार सेल लिखा गया.

लक्ष्मीकांत ओझा नामक जिस व्यक्ति ने विज्ञापन को पोस्ट किया, उसने जनसंपर्क कार्यालय की 4 तस्वीरें भी पोस्ट की. इनमें से 3 तस्वीरें वर्तमान कार्यालय की ओर 1 पुराने ऑफिस की थी. आफिस के भवन का स्पेस एरिया 6500 वर्ग फीट बताने के साथ ही दुमंजिले भवन में 4 बेडरूम होने का दावा किया गया. जब ओएलएक्स पर विज्ञापन की तस्वीरें वायरल हुई तो पुलिस सक्रिय हो गई और 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया.’’ हमने कहा, ‘‘ऐसे ठगों से सभी को सतर्क रहना चाहिए. ये लोग विज्ञापन देकर लाल किला, ताजमहल और कुतुब मीनार भी बेच सकते हैं. कोई अक्ल का अंधा, गांठ का पूरा उनके चक्कर में पड़ भी सकता है. सजग नागरिकों को होशियार रहने की जरूरत है.’’