क्रिकेट

Published: Sep 20, 2021 02:05 PM IST

IPL 2021तालिबान का बड़ा फैसला, अफगानिस्तान में लगाया IPL पर रोक, नहीं देखा जाएगा एक भी मैच, जानें क्या है वजह

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
File Photo

अफगानिस्तान: यूएई (UAE) में रविवार को चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) और मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) के बीच आईपीएल (IPL 2021) के दूसरे चरण का पहला मैच खेला गया। यह मैच बेहद ही रोमांचक था। लंबे समय के बाद आईपीएल देखने के लिए दर्शकों को स्टेडियम में एंट्री भी दी गई। जिससे लोगों को और भी ज़्यादा ख़ुशी हुई। दुनिया की सबसे बड़ी टी20 लीग का फैंस को बेसब्री से इंतज़ार भी रहता है, ऐसे में दुनिया भर में फैंस अब इस लीग का मजा उठा रहे हैं, लेकिन केवल एक देश को छोड़कर वह देश है अफगानिस्तान (IPl telecast ban in Afghanistan)। 

अफगानिस्तान में नहीं देखा जाएगा आईपीएल 

जी हां, तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद अफगानिस्तान अब आईपीएल का एक भी मैच नहीं देख पाएगा। इस देश के लोग अपने सुपरस्टार्स प्लेयर्स को को खेलते हुए नहीं देख पाएंगे। लीग के पहले फेज से लेकर अब तक अफगानिस्तान में बड़ा बदलाव आया है। अमेरिका की फौज की वापसी के बाद तालिबान ने एक बार फिर इस देश पर कब्जा कर लिया है। जहां अब उन्होंने अपने नए कानून बना लिए हैं। जिसमें एक ये भी फैसला लिया गया है कि अफगानिस्तान में आईपीएल का प्रसारण नहीं होगा।

गैर इस्लामिक चीज़ों की वजह से लिया फैसला 

दरअसल, तालिबान का मानना है कि आईपीएल में गैर इस्लामिक चीजें मौजूद होती हैं। जिसकी वजह से उन्होंने यह कड़ा फैसला लिया है। मैच के दौरान नाचती चीयर लीडर्स के अलावा स्टेडियम में बिना सिर ढके औरतों की मौजूदगी उनके हिसाब से सही नहीं है। इन चीज़ों को वह गैर इस्लामिक मानते हैं। इसी वजह से तालिबानी यह नहीं चाहते कि इससे अफगानिस्तान में कोई गलत संदेश जाए। अफगानिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार ने इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने लिखा कि अफगानिस्तान के नेशनल टीवी और रेडियो पर आईपीएल के मैचों का प्रसारण नहीं होगा।

Courtesy: M.ibrahim Momand 

आईपीएल खेल रहे अफगानिस्तान के प्लेयर्स 

बता दें कि आईपीएल में अफगानिस्तान के खिलाड़ी भी हिस्सा ले रहे हैं। जैसे राशिद खान और मोहम्मद नबी जैसे स्टार शामिल हैं। जब अफगानिस्तान पर तालिबान ने कब्ज़ा किया था तब यह दोनों खिलाड़ी अपने देश से बाहर थे। फिलहाल दोनों खिलाड़ी अभी यूएई में है। वहीं तालिबान ने साफ किया है कि उन्हें पुरुषों के क्रिकेट खेलने से कोई परेशानी नहीं है, लेकिन उन्होंने महिलाओं को क्रिकेट खेलने की इजाजत नहीं दी है।