क्रिकेट

Published: Mar 02, 2022 11:17 AM IST

Siddharth Mohiteलगातार 72 घंटे से अधिक बल्लेबाजी कर 19 साल के सिद्धार्थ ने बनाया रिकॉर्ड, गिनीज बुक में हो सकता है नाम दर्ज

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नई दिल्ली, क्रिकेट (Cricket) की दुनिया में ऐसे कही दिग्गज खिलाड़ी है जिन्होंने अपने खेल से कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए हैं। क्रिकेट की पिच पर टिके रहना एक बल्लेबाज के लिए काफी बड़ी बात होती है। ऐसे में यदि कोई बल्लेबाजी करते हुए रिकॉर्ड बना दे, इससे बड़ी कोई बात नहीं होगी। ऐसा ही कारनामा मुंबई के रहने वाले 19 साल के लड़के ने कर दिखाया है। इस लड़के का नाम सिद्धार्थ मोहिते (Siddharth Mohite) है।  

सिद्धार्थ मोहिते (Siddharth Mohite) ने 72 घंटे से ज्यादा समय तक लगातार नेट प्रैक्टिस कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है। खास बात यह है कि, अब बल्लेबाज का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Guinness Book Of World Record) में दर्ज करने की तैयारी चल रही है।  

दरअसल, मुंबई के रहने वाले सिद्धार्थ ने 72 घंटे और 5 मिनट तक नेट में बल्लेबाजी की प्रैक्टिस की है। यह कारनामा कर इस बल्लेबाज ने भारत के विराग माने का रिकॉर्ड तोड़ा है। विराग ने साल 2015 में लगातार 50 घंटे तक बल्लेबाजी की थी। यह नया कीर्तिमान बनाने में सिद्धार्थ की मदद उनके कोच और मेंटर ज्वाला सिंह ने की है। वह युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल के भी कोच हैं। 

सिद्धार्थ (Siddharth Mohite) ने यह कारनामा पिछले हफ्ते कर दिखाया है। वह हर एक घंटे की प्रैक्टिस के बाद 5 मिनट का ब्रेक लिया करते थे। क्रिकेट में यह नियम भी है कि प्लेयर बैटिंग के दौरान हर एक घंटे के बाद 5 मिनट का ब्रेक ले सकता है। वहीं, सिद्धार्थ के इस रिकॉर्ड का वीडियो भी बनाया गया है, जो अब गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भेजा जाएगा। वहीं, गेंदबाजों का एक ग्रुप सिद्धार्थ को सपोर्ट करने के लिए पूरे सेशन के दौरान उनके साथ रहा।  

सिद्धार्थ (Siddharth Mohite) ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘मैंने जो कोशिश की, उसमें सफल रहा हूं। इससे बेहद खुश हूं। मुझे यही एक तरीका भी लगा, जिससे मैं लोगों को दिखा सकूं कि मैं कुछ अलग हटकर हूं। कोरोना के कारण मैंने क्रिकेट में दो साल गंवा दिए हैं। यह मेरे लिए बड़ा नुकसान है। तभी मेरे मन में यह अलग हटकर करने का प्लान आया। इसके लिए मैंने कई एकेडमी और कोच से संपर्क भी किया। सभी ने मेरे लिए इससे मना कर दिया था, लेकिन ज्वाला सिंह सर ने सपोर्ट किया और कहा कि क्यों नहीं कर सकते? उन्होंने मुझे हर जरूरी चीज भी उपलब्ध कराई।