क्रिकेट

Published: Feb 29, 2024 04:41 PM IST

Sourav Gangulyसौरव गांगुली ने किया BCCI का समर्थन, रणजी नहीं खेलने वाले खिलाड़ियों पर एक्शन जरूरी

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
सौरव गांगुली (PIC Credit: X)

नवभारत स्पोर्ट्स डेस्क: बीते बुधवार को बीसीसीआई (BCCI Central Contract) ने अपने केंद्रीय अनुबंध की लिस्ट जारी की थी, जिसमें टीम इंडिया (Team India) के स्टार खिलाड़ी ईशान किशन (Ishan Kishan) और श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) का नाम नहीं था। ऐसे में अब उनके अनुबंध को समाप्त करने के बीसीसीआई के फैसले का भारत के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने समर्थन किया है। 

दरअसल, गांगुली 2019 से 2022 तक चार साल तक भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष थे। उन्होंने बोर्ड से सहमति व्यक्त करते हुए कहा कि ”देश के क्रिकेटरों को फिट होने पर घरेलू क्रिकेट खेलना चाहिए और राष्ट्रीय ड्यूटी पर नहीं जाना चाहिए। मुझे लगता है कि बीसीसीआई चाहता है कि वे प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलें। मैं हैरान हूं कि श्रेयस अय्यर ने रणजी ट्रॉफी क्यों नहीं खेली। यह एक प्रमुख टूर्नामेंट है और आपको खेलना ही चाहिए।’

गांगुली ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि “तो, यह बीसीसीआई का निर्णय है और उन्होंने जो सही सोचा है, वही किया है। प्रत्येक अनुबंधित क्रिकेटर को प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलना चाहिए क्योंकि यही इस देश में क्रिकेट का मूल आधार है।” 

बता दें कि किशन ने झारखंड के टूर्नामेंट के आखिरी कुछ मैचों से बाहर होने का फैसला किया था। जिसके बाद वह आगामी आईपीएल के लिए मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पंड्या और कुणाल के साथ प्रशिक्षण के लिए बड़ौदा चले गए। ऐसे में यह साफ़ नज़र आया है कि ईशान किशन के लिए घरेलु क्रिकेट से ज़्यादा आईपीएल महत्व रखता है। 

वहीं दूसरी तरफ अय्यर के मुंबई के रणजी अभियान से हटने का कारण पीठ की चोट को बताया है। जबकि राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी ने उन्हें खेलने के लिए पूरी तरह से फिट माना है। किशन की तरह ही अय्यर ने भी कोलकाता नाइट राइडर्स के प्री-सीजन कैंप में भाग लेने का फैसला किया, जो बीसीसीआई चयनकर्ताओं को पसंद नहीं आया है और इसी वजह से दोनों खिलाड़ियों को कॉन्ट्रैक्ट से बाहर रखने का फैसला किया गया है।