क्रिकेट

Published: Sep 15, 2023 08:01 AM IST

SL Vs PAKएशिया कप में आखिरी गेंद पर जीतने वाली दूसरी टीम बनी श्रीलंका, पहली बार भारत ने किया था करिश्मा

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
Pic: Social Media/Twitter

कोलंबो. एशिया कप (Asia Cup 2023) में केवल दूसरी बार ऐसा हुआ है कि जब टीम ने आखिरी गेंद पर जीत हासिल की है। वनडे फारमेट में खेले जा रहे एशिया कप में लक्ष्य का पीछा करने वाली श्रीलंका (Pakistan Vs Srilanka) की टीम जैसे ही आखिरी गेंद पर जीती तो उसने 2018 के फाइनल मैच में टीम इंडिया की बराबरी कर ली, जिसने बांग्लादेश के खिलाफ के खिलाफ आखिरी गेंद पर जीत हासिल की थी। 

2018 में खेले गए एशिया कप के फाइनल में भारतीय क्रिकेट टीम बांग्लादेश के द्वारा दिए गए 223 रनों का पीछा कर रही थी। बांग्लादेश के गेंदबाजों ने भारतीय क्रिकेट टीम पर शिकंजा करते हुए 48 ओवर में भारतीय टीम के छह खिलाड़ी आउट कर दिए थे और टीम इंडिया को आखिरी ओवरों में 12 गेंद पर 9 रन बने थे, लेकिन टीम के बल्लेबाज बांग्लादेश के गेंदबाजों के आगे तेजी से रन बनाने में असमर्थ देख रहे थे। 48वें ओवर में भुवनेश्वर कुमार के आउट होने के बाद टीम इंडिया पर हार का संकट मडराने लगा लेकिन  कुलदीप यादव और केदार जाधव ने मिलकर टीम इंडिया को जीत दिलाई थी। आखिरी गेंद  तक चले इस मुकाबले में अंतिम गेंद पर केदार जाधव ने एक लेग बाई रन बनाकर टीम इंडिया को तीन विकेट से जीत दिलाई थी। 

कुछ ऐसा ही कल के मैच में चरित असलांका ने किया और अंत तक डटे रहे और कोलंबो में अंतिम गेंद पर रोमांचक मुकाबले में श्रीलंका ने पाकिस्तान को दो विकेट से हरा दिया। इसके साथ ही श्रीलंका ने 11वीं बार एशिया कप फाइनल में जगह बना ली, जहां रविवार को उसका मुकाबला भारत से होगा।

असालंका 47 गेंदों में 49 रन बनाकर नाबाद रहे, लेकिन इस जीत में कुसल मेंडिस की 87 गेंदों में 91 रन और सदीरा समाराविक्रमा के 51 गेंदों में 48 रनों की पारी का खास योगदान रहा। पाकिस्तान अपने चोटिल खिलाड़ियों के बावजूद अंत तक संघर्ष करती रही।  

बारिश से बाधित 42 ओवर के खेल में डीएलएस-समायोजित 252 रनों का लक्ष्य निर्धारित करते हुए, श्रीलंका को शुरू से ही छह रन प्रति ओवर की जरूरत थी, लेकिन मेंडिस और समरविक्रमा जैसे टूर्नामेंट के दो इन-फॉर्म बल्लेबाजों  ने उसकी राह आसान की। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए उनकी 100 रनों की साझेदारी की। उन्होंने जरूरत पड़ने पर बाउंड्री लगाने के साथ-साथ सिंगल्स भी लिए।

श्रीलंका को एक समय 41 गेंदों में 42 रनों की जरूरत थी और उसके छह विकेट शेष थे। इसके बाद जैसे ही दासुन शनाका आउट हुए तो धनंजय डी सिल्वा ने असलांका का साथ दिया।  लेकिन शाहीन शाह अफरीदी ने 49वें ओवर में मैच को पाकिस्तान की ओर मोड़ दिया।  अफरीदी ने पहले लो फुलटॉस पर धनंजय को लॉन्ग-ऑन पर कैच कराया और अगली गेंद पर डुनिथ वेललेज को कैच करा दिया था। आखिरी ओवर में ज़मान को 8 रन बचाने थे लेकिन वह ऐसा नहीं कर सके।  श्रीलंका को दो गेंदों में छह रन चाहिए थे और पाकिस्तान की जीत में असालंका बाधा बने व आखिरी दो गेंदों पर 6 रन ठोंक डाले।