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Published: Jul 30, 2021 09:22 AM IST

Tokyo Olympics 2020टोक्यो ओलंपिक: बॉक्सर लवलीना का जोरदार पंच, सेमीफाइनल में बनाई जगह, रचा इतिहास, 'कांस्य' मेडल पक्का

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

टोक्यो. आज टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics 2020) का 8वां दिन है। आज के दिन की शुरुआत भारत के लिए ऐसे कुछ खास तो नहीं रही। जहाँ भारत को तीरंदाजी में जहां जीत मिली तो वहीं शूटिंग में फिर से हार का सामना करना पड़ा। तीरंदाज दीपिका कुमारी ने प्री-क्वार्टर फाइनल का मुकाबला जीतकर अंतिम-8 में जगह बना ली है। लेकिन वहीं निशानेबाज मनु भाकर ने एक बार फिर निराश किया है। वह 25 मीटर एयर पिस्टल के फाइनल में जगह नहीं बना पाईं हैं । 

इन सबके बीच एक बड़ी खबर ये आ रही है कि बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन (Lovlina Borgohain) ने आज सेमीफाइनल में पहुंची गई हैं। जी हाँ आज बॉक्सिंग में भारत की लवलीना बोरगोहेन ने एक बड़ा इतिहास रच दिया है। वह सेमीफाइनल में पहुंची गई हैं। इसी के साथ भारत का एक और मेडल अब पक्का हो गया है। लवलीना ने महिला 69 किलो वर्ग के क्वार्टर फाइनल में चीनी ताइपे की निएन चिन चेन को मात दी। 

असम की 23 वर्ष की मुक्केबाज ने 4 . 1 से जीत दर्ज की । अब उसका सामना मौजूदा विश्व चैम्पियन जुर्की की बुसानेज सुरमेनेली से होगा जिसने क्वार्टर फाइनल में अन्ना लिसेंको को मात दी ।  दो बार विश्व चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता लवलीना ने जबर्दस्त संयम का प्रदर्शन करते हुए उस विरोधी को हराया जिससे वह पहले हार चुकी है । आक्रामक शुरूआत के बाद उसने आखिरी तीन मिनटों में अपना रक्षण भी नियंत्रित रखा और जवाबी हमलों में भी कोई चूक नहीं की । 

पिछले साल कोरोना संक्रमण की शिकार हुई लवलीना यूरोप में अभ्यास दौरे पर नहीं जा सकी थी । रैफरी ने जैसे ही विजेता के रूप में उनका हाथ उठाया, वह खुशी के मारे जोर से चीख पड़ी । भारत को इससे पहले ओलंपिक मुक्केबाजी में विजेंदर सिहं (2008) और एम सी मैरीकॉम (2012) ने कांस्य पदक दिलाये थे । 

गौरतलब है की इसके पहले आज भारतीय मुक्केबाज सिमरनजीत कौर (60 किलो) टोक्यो ओलंपिक खेलों में पदार्पण के साथ ही प्री क्वार्टर फाइनल में थाईलैंड की सुदापोर्न सीसोंदी से हारकर बाहर हो गई । चौथी वरीयता प्राप्त सिमरनजीत को 0 । 5 से पराजय का सामना करना पड़ा । लेकिन वहीं बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन ने आज कमाल कर दिया और महिला 69 किलो वर्ग के क्वार्टर फाइनल में चीनी ताइपे की निएन चिन चेन को अपने पंच मारकर चीत कर दिया। अब भारत का एक और मेडल पक्का हो गया है।