छत्तीसगढ़

Published: Apr 16, 2024 08:01 PM IST

Kanker Encounterछत्तीसगढ़ के कांकेर में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी सफलता, मुठभेड़ में 29 नक्सलियों को किया ढेर, 3 जवान घायल

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
नक्सल प्रभावित इलाके में सुरक्षाबल (प्रतीकात्मक तस्वीर)

कांकेर. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections 2024) से पहले सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। यहां के नक्सल प्रभावित कांकेर जिले (Kanker) में मंगलवार को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में 29 नक्सलियों को मार गिराया है। जबकि, तीन सुरक्षाकर्मी घायल हो गए हैं।

पुलिस के मुताबिक जिले के छोटेबेठिया पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत जंगल में नक्सलियों से मुठभेड़ में सुरक्षाबलों के तीन जवान घायल हो गए। छोटेबेठिया क्षेत्र में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के एक संयुक्त दल को नक्सल विरोधी अभियान पर रवाना किया गया था। दल जब क्षेत्र में था तब नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी जिसमें दो जवान घायल हो गए। इसके बाद एक और जवान घायल हो गया। ऐसे कुल मिलकर तीन जवान घायल हो गए हैं।

नक्सलियों का टॉप कमांडर मारा गया
पुलिस के सूत्रों ने बताया कि इस मुठभेड़ में नक्सलियों का टॉप कमांडर भी मारा गया है। पुलिस ने मारे गए सभी 29 नक्सलियों के शव बरामद किए हैं। साथ ही मौके से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किए गए हैं। पुलिस ने सात एके सीरीज राइफलें और तीन लाइट मशीन गन बरामद की है। सुरक्षाबलों का नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है।

छत्तीसगढ़ में 19 अप्रैल को पहले चरण का मतदान
सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ लोकसभा चुनाव से तीन दिन पहले हुई है। छत्तीसगढ़ में तीन चरणों में लोकसभा चुनाव होने हैं। पहले चरण में बस्तर लोकसभा क्षेत्र में 19 अप्रैल को मतदान होना है। जिसके चलते जिले में 60,000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। वहीं, 26 अप्रैल को दूसरे चरण में राजनंदगांव, महासमुंद, कांकेर और तीसरे चरण में 7 मई को सुरगुजा, रायगढ़, जांजगिर चंपा, कोरबा, बिलासपुर, दुर्ग और रायपुर में वोटिंग होगी।

2024 में अब तक 50 नक्सली ढेर
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मुठभेड़ में जो तीन जवान घायल हुए हैं वह खतरे से बाहर हैं। सुरक्षाबलों ने इस साल अपने नक्सल विरोधी अभियान को तेज कर दिया है। सुरक्षाबलों ने 2024 में अब तक 50 नक्सलियों को मार गिराया है। इसके अलावा माओवादी हिंसा में 18 नागरिकों और छह सुरक्षाकर्मियों की जान गई है।