छत्तीसगढ़

Published: Jan 17, 2021 05:11 PM IST

स्मार्ट स्कूल जवानों ने छत्तीसगढ़ के नक्सल हिंसा प्रभावित जिले में ‘स्मार्ट' स्कूल की शुरूआत की

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

रायपुर. छत्तीसगढ़ के नक्सल हिंसा प्रभावित एक जिले में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (Indo-Tibetan Border Police) के जवानों ने स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए इंटरनेट-आधारित एक शिक्षा केन्द्र की शुरूआत की है। यह ‘स्मार्ट’ स्कूल कोंडागांव (Kondagaon) जिले के हदेली गांव (Hadeli village) में स्थित है और इसमें लगभग 50 बच्चें हैं जिन्हें बल के जवानों द्वारा यूट्यूब वीडियो और अन्य ऑनलाइन शिक्षा पोर्टलों की मदद से पढ़ाया जाता है। कोंडागांव (Kondagaon) जिला मुख्यालय, मध्य भारतीय राज्य के दक्षिणी भाग में, राज्य की राजधानी रायपुर से 210 किलोमीटर से अधिक दूरी पर स्थित है।

आईटीबीपी (Indo-Tibetan Border Police) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘जवानों के इंटरनेट से लैस फोनों का इस्तेमाल कर इन कक्षाओं को प्रतिदिन आयोजित किया जाता है। मोबाइल सिग्नल कम होने के कारण जवान बांस के खंभे के माध्यम से अपने मोबाइलों को ऊंचाई पर रखते हैं और नेटवर्क को वाईफाई हॉटस्पॉट के जरिये लैपटॉप से जोड़ते है।”

अधिकारी ने कहा, ‘‘स्क्रीन को एक प्रोजेक्टर के माध्यम से बच्चों के लिए एक दीवार पर बढ़ाया जाता है।” उन्होंने बताया कि कक्षाएं आमतौर पर शाम को आयोजित की जाती हैं और उन कर्मियों को रखा जाता है जो स्नातक हैं और स्कूल शिक्षा सत्र आयोजित करने के लिए प्रशिक्षित हैं। अधिकारी ने बताया कि इन सत्रों के दौरान बच्चों को एनीमेशन फिल्में और बुनियादी शिक्षण वीडियो भी दिखाए जाते हैं। उन्होंने बताया कि जिले में तैनात 41वीं आईटीबीपी बटालियन के जवान इन बच्चों से स्थानीय हल्बी बोली सीख रहे हैं। (एजेंसी)