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Published: Apr 17, 2024 04:50 PM IST

Nanded Lok Sabha Election 2024क्या फिर अपने गढ़ को बचा पाएगी कांग्रेस, नांदेड़ के रण में कैसा रहेगा राजनीति का खेल

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
नांदेड़ पर फिर क्या होगा कांग्रेस का कब्जा (Design Photo)

नवभारत डिजिटल टीम: आगामी लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) का बिगुल जहां बज गया है वहीं राजनैतिक पार्टियों ने तैयारी तेज की है। मराठवाड़ा क्षेत्र का नांदेड़ (Nanded) जिला राज्य का दसवां सबसे बड़ा शहर और भारत का उनहत्तरवां सबसे अधिक आबादी वाला शहर है। इतिहास पुराना अंतिम सिख गुरु, गुरु गोबिंद सिंह ने अपने अंतिम दिन नांदेड़ में बिताए और 1708 में अपनी मृत्यु से पहले उन्होंने पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब (Guru Granth Sahib) को अपना गुरुत्व सौंप दिया था।

2024 के चुनाव में किनके बीच है मुकाबला

नांदेड़ की लोकसभा सीट से इस बार 2024 के लोकसभा चुनाव की सीट पर दो प्रबल पार्टियों में से भाजपा और कांग्रेस की ओर से दो उम्मीदवार भाजपा से प्रताप राव पाटिल चिखलिकर (Pratap Rao Patil Chikhlikar)खड़े हुए है तो वहीं पर कांग्रेस की सीट पर वसंत चव्हाण (Vasantrao Balwantrao Chavan) का तगड़ा मुकाबला देखने के लिए मिलेगा।

कौन है प्रताप राव पाटिल चिखलिकर

यहां पर नांदेड़ लोकसभा सीट को पहले कांग्रेस का गढ़ माना जाता था जहां पर अशोक चव्हाण ने अपने परिवार की पारंपरिक सीट संभाली थी लेकिन भाजपा से मैदान में उतरे प्रताप राव पाटिल चिखलिकर ने इस धारणा को पानी कर दिया। पिछले 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रतापराव चिखलिकर ने अपना दम दिखाते हुए कांग्रेस को परास्त किया था। उस दौरान अशोक चव्हाण अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे थे। बता दें कि पहले प्रताप दिलचस्प बात ये है कि खुद प्रताप चिखलीकर महाराष्ट्र की राजनीति में शंकर राव चह्वाण के शिष्य के रूप में मशहूर हैं।

कौन है वसंतराव बलवंतराव चव्हाण

पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद नांदेड़ लोकसभा सीट से किस प्रबल नेता को उतारा जाएगा इस पर सवाल उठ रहा था लेकिन अब स्थिति साफ है कि कांग्रेस ने नांदेड़ में बड़े स्थानीय नेता पूर्व विधायक वसंतराव बलवंतराव चव्हाण को मैदान में उतारा है। इसके साथ ही अब चिखलिकर और चव्हाण के बीच कड़ा मुकाबला देखने के लिए मिलेगा। बता दें, पिछले चुनाव में मिली हार का दर्द अशोक चव्हाण ने भाजपा में प्रवेश के बाद कम किया है। वहीं पर उनके जाने के बाद पूर्व सांसद भास्करराव पाटिल खतगांवकर की स्नुशा मीनल खटगांवकर को लोकसभा उम्मीदवारी मिलने का दावा किया गया था।

2019 का कैसा रहा चुनाव का परिणाम

2019 के लोकसभा चुनाव के लिए नांदेड़ सीट से कुल 14 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे थे, नांदेड़ महाराष्ट्र के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण का गृह क्षेत्र है। कांग्रेस की तरफ से पार्टी के राज्य इकाई के अध्यक्ष अशोक चव्हाण चुनावी मैदान में उतरे थे तो वहीं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने चिखलीकर प्रताप गोविंदराव पर दांव खेला था। इस सीट से भाजपा के प्रतापराव गोविंदराव चिखलीकर ने जीत हासिल की, उन्हें 4,86,806 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के अशोक चव्हाण को 4,46,658 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रही और वीबीए के यशपाल भिंगे 1,66,196 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे, यहां पर 60.88 फीसदी मतदान हुआ था।

1950 से कैसा रहा राजनैतिक सफर

नांदेड लोकसभा सीट पर लोकसभा चुनाव 1952 से राजनैतिक सफर शुरू हो गया था उस दौरान 2 सांसद चुने गए शंकरराव तेलकीकर और देवराव कांबले, फिर 1957 में दोबारा देवराव कांबले कांग्रेस से सांसद चुने गए और शेड्यूल कास्ट फेडरेशन से हरिराव सोनुले चुनाव जीते। फिर 1962 में कांग्रेस के तुलसीदास जाधव और 1967 और 1971 में वेंकटराव तारोडेकर जीते, 1977 में डॉ. केशवराव धोंगड़े जनता पार्टी से चुने गए थे।