भोपाल
Published: Nov 09, 2021 01:19 AM ISTKamla Nehru Hospital FireMP: भोपाल के कमला नेहरू अस्पताल में भीषण आग लगने से 4 बच्चों की मौत
- राज्य सरकार ने मृतकों के परिवार को चार-चार लाख रुपये की मदद देने का किया ऐलान
भोपाल. महाराष्ट्र (Maharashtra) के अस्पताल में आग लगने से 11 लोगों की मौत की घटना को एक हफ्ता भी नहीं हुआ कि अब मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बड़ा हादसा हुआ है। यहां सोमवार देर रात को कमला नेहरू अस्पताल (Kamla Nehru Hospital Fire) के चिल्ड्रन वार्ड (Children Ward) में आग लगने से चार बच्चों की मौत हो गई है। फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंच गई है।
घटनास्थल पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री
अस्पताल में आग लगने की सूचना मिलते ही राज्य के स्वास्थ्य मंत्री विश्वास सारंग और डीआईजी इरशाद वनी मौके पर पहुंच गए हैं। अस्पताल में कई लोग फंसे होने की जानकारी सामने आई हैं। बचाव कार्य तेज कर लिया गया है।
पीड़ित परिवार को दी जाएगी अनुग्रह राशि
स्वास्थ्य मंत्री ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, “वार्ड में 40 बच्चे थे, जिनमें से 36 सुरक्षित हैं। प्रत्येक मृतक के माता-पिता को 4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी।”
अफरातफरी का माहौल
अस्पताल में आग लगने से यहां अफरातफरी का माहौल है। परिजन चीखते-चिल्लाते हुए अपने बच्चों को ढूंढ रहे हैं। वहीं प्रशासन उन्हें अस्पताल के अंदर जाने नहीं दे रहा है। अस्पताल में धुएं के कारण बचाव कार्य करने में थोड़ी दिक्कत हो रही है। अस्पताल के बाहर इंतजार कर रहे माता-पिता का कहना है कि, “हमें अपने बच्चों की कोई जानकारी नहीं है, 3-4 घंटे हो गए हैं।”
मुख्यमंत्री ने जताया शोक, दिए उच्चस्तरीय जांच के निर्देश
उधर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आग की घटना में बच्चों की मौत पर शोक जताया है। मुख्यमंत्री ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट कर लिखा, “अस्पताल के चाइल्ड वार्ड में आग की घटना बेहद दुखद है। बचाव कार्य तेजी से हुआ, आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन दुर्भाग्यवश पहले से गंभीर रूप से बीमार होने पर भर्ती तीन बच्चों को नहीं बचाया जा सका।
सीएम ने कहा, “बच्चों का असमय दुनिया से जाना बेहद असहनीय पीड़ा है। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति की प्रार्थना करता हूं। इन बच्चों के परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। घटना में जो घायल हुए हैं, उन्हें शीघ्र स्वास्थ्य लाभ हो, यही मेरी कामना है।”
सीएम ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं। जांच एसीएस लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मोहम्मद सुलेमान करेंगे।