मध्य प्रदेश

Published: Jan 04, 2022 03:30 AM IST

Children Vaccinationमध्य प्रदेश में किशोरों को पहले दिन लगाए गये देश में सर्वाधिक 10.02 लाख कोविड-19 रोधी टीके

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
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भोपाल: मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने सोमवार को कहा कि उनके राज्य ने 15 से 18 वर्ष तक के आयु के बच्चों को सोमवार को पहले दिन देश में सर्वाधिक 10.02 लाख से अधिक कोविड-19 रोधी टीके लगाकर एक नया रिकार्ड बनाया है।

सारंग ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘मध्य प्रदेश में 15 से 18 वर्ष आयु के बच्चों को पहले ही दिन रात नौ बजे तक 10,02,000 कोविड-19 रोधी टीके लगाये हैं, जो देश में इस आयु वर्ग में सर्वाधिक है।”     उन्होंने कहा, ‘‘हम अभी भी अंतिम आंकड़े संकलित कर रहे हैं क्योंकि चार-पांच जिलों के आंकड़े अभी आने वाले हैं और अंतिम आंकड़ा निश्चित रूप से और बढ़ेगा।”   

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार सुबह भोपाल स्थित सरकारी सुभाष उच्चतर माध्यमिक उत्कृष्ट विद्यालय में 15 से 18 साल तक के किशोरों के लिए कोविड-19 रोधी टीकाकरण महाअभियान की राज्य स्तर पर शुरूआत की, जिसका लक्ष्य 20 जनवरी तक पूरे प्रदेश में 48 लाख लाभार्थियों को टीका लगाना है।   

 वर्ष 2007 में और उससे पहले जन्म लेने वाले किशोर केवल कोवैक्सीन टीके की खुराक लेने के पात्र होंगे।  इस अवसर पर चौहान ने कहा, ‘‘कोविड-19 की तीसरी लहर की आहट है, हमें इससे डरना नहीं, इससे लड़ना है। टीकाकरण हमें सुरक्षा प्रदान करता है।

राज्य की 95 प्रतिशत पात्र वयस्क (18 से अधिक आयु के) जनसंख्या को टीके की पहली खुराक और 92 प्रतिशत लोगों को दूसरी खुराक लगाई जा चुकी है। राज्य सरकार का लक्ष्य है कि 15 से 18 वर्ष तक के सभी बच्चों का 20 जनवरी तक टीकाकरण कर उन्हें सुरक्षा चक्र प्रदान किया जाए।”  उन्होंने कहा कि आर्थिक गतिविधियों और बच्चों की पढ़ाई को रोका नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘मध्य प्रदेश में स्कूल और व्यापारिक गतिविधियाँ सामान्य रूप से जारी रहेंगी।

इसलिए आवश्यक है कि हम मास्क लगाने को अपने जीवन की आदत बनाएँ और सभी सावधानियों का पालन करते हुए अपनी पढ़ाई और जीवन की सामान्य गतिविधियों को जारी रखें।”   चौहान ने विद्यार्थियों से अपील की कि वे स्वयं टीकाकरण कराएं और अपने परिवार तथा परिजनों में पात्र सभी व्यक्तियों का टीकाकरण सुनिश्चित करें।

चिकित्सा शिक्षा मंत्री सारंग ने भोपाल स्थित विद्या विहार स्थित टीकाकरण केंद्र का निरीक्षण करने के बाद कहा कि मध्य प्रदेश में लगभग 8,923 स्थानों पर 15 से 18 वर्ष तक के किशोरों का टीकाकरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण केंद्रों पर यह सुनिश्चित किया गया है कि केवल इस आयु वर्ग के किशोरों को ही टीका लगाया जाए। उन्होंने कहा, ‘‘बच्चों को अभी कोवैक्सीन ही लगाई जा रही है।”     

सारंग ने 15 से 18 वर्ष तक के किशोरों के टीकाकरण अभियान को लेकर बताया, ‘‘20 जनवरी तक पूरे प्रदेश में लगभग 48 लाख किशोरों को टीके की पहली खुराक लगाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसे निश्चित रूप से पूरा किया जाएगा।” 

इसी बीच, कोविड-19 टीका लगवाने के बाद यहां सुभाष स्कूल में अध्ययनरत कक्षा 10वीं के छात्र अस्मित भार्गव ने कहा, ‘‘मैं टीका लगवाकर प्रसन्न हूं। पिछले वर्ष लॉकडाउन लगने से स्कूल में ऑफलाइन कक्षाएँ नहीं लगी और परीक्षाएँ भी नहीं हुई। इससे मुझे निराशा हुई थी। अब कोविड-19 रोधी टीका लगने से कोरोना वायरस पर नियंत्रण रहेगा। ऑफलाइन कक्षाएं भी लगेंगी और परीक्षाएँ भी होंगी।”   

सुभाष स्कूल के ही कक्षा 11वीं के छात्र कार्तिक सिंह ठाकुर ने कहा, ‘‘टीका लगवाकर मैं प्रसन्न महसूस कर रहा हूं। सभी को कोरोना वायरस रोधी टीका लगवाना चाहिए।” कक्षा 11 की छात्रा कुमारी रचना राजपूत ने टीका लगवाने के बाद कहा, ‘‘अब कोरोना नहीं फैलेगा और उनकी पढ़ाई बाधित नहीं होगी। समय पर ऑफलाइन परीक्षा होगी।”   

सुभाष स्कूल के ही कक्षा 10वीं के छात्र पलाश बिरगैया और कुमारी प्रांजल यदुवंशी ने टीका लगने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, ‘‘हमें अब नियमित कक्षाओं में पढ़ने को मिलेगा और परीक्षाएँ भी होंगी। सरकार का बच्चों को टीकाकरण लगवाने का निर्णय बहुत अच्छा है।”(एजेंसी)