अकोला

Published: Oct 09, 2020 12:20 AM IST

अकोलापहले ही शहर में कोरोना वायरस की दहशत, अब अकोला में धूल ओर प्रदूषण से

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

अकोला. कोरोना वायरस के रोगी आए दिन पाए जा रहे हैं. पहले ही शहर तथा जिले में कोरोना वायरस की दहशत बनी हुई है. उस पर अब धूल और प्रदूषण के कारण शहर में लोगों की हालत खराब हो रही है. स्थिति बहुत ही अधिक खराब दिखाई दे रही हैं. अकोला शहर में स्टेशन रोड पर जेल के सामने से लेकर स्थानीय क्रिकेट क्लब तक करोड़ों की लागत से उड़ान पुल का काम शुरु है. शहर के विधायक गोवर्धन शर्मा के लगातार प्रयासों के कारण इस उड़ान पुल की निधि मंजूर हुई है.

कोरोना के कारण शुरु लाकडाउन से इस पुल का निर्माण कार्य बहुत ही मंद गति से शुरु है. पुल के नीचे का रास्ता भी बहुत ही खराब परिस्थिति में है. पालकमंत्री बच्चू कडू ने इन सब बातों को बहुत ही गंभीरता से लिया तथा इस पुल के कॉन्ट्रॅक्टर को बुलाकर निर्देश दिए कि यह धूल नहीं उड़नी चाहिए, पुल के निर्माण कार्य की गति बढ़ानी चाहिए, इसी तरह आने जाने का रास्ता पूरी तरह से ठीक होना चाहिए.

इसी तरह शहर में उड़ रही धूल तथा प्रदूषण पर भी पालकमंत्री महोदय ने काफी चिंता प्रकट करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि शहर में जो धूल उड़ रही है उसका स्थायी इंतजाम होना चाहिए. क्योंकि इस धूल और प्रदूषण से रोग तेजी से फैलते हैं. मंत्री महोदय के निर्देशों के बावजूद अभी तक इस विषय पर संबंधित विभागों द्वारा कोई ठोस कदम उठाया गया हो, ऐसा दिखाई नहीं दे रहा है. स्थिति जैसी थी, वैसी ही बनी हुई है.

शहर का कोई मार्ग ऐसा नहीं है जिस मार्ग पर धूल न उड़ती हो. यदि शहर में थोड़ी तेज हवा भी चलने लगे तो हर सड़क पर धूल के बादल देखे जा सकते हैं. इस सड़कों पर उड़ रही धूल के कारण लोगों की आंखों में जलन के साथ साथ अब तो चेहरे पर भी जलन होने लगी है. इसी तरह इस धूल और प्रदूषण के कारण चर्मरोग भी बढ़े हैं. इस तरह अभी तक इस धूल और प्रदूषण का कोई इंतजाम नहीं किया जा सका है.

शहर के अनेक मुख्य मार्गों पर धूल जमी हुई देखी जा सकती है. किसी ट्रक, बस और कार आदि के तेजी से सड़क से गुजरने पर भी अब धूल उड़ती हुई दिखाई देती है. यह स्थिति अब शहर के सभी मुख्यमार्गों की है. शहर के मुख्य मार्गों पर स्थित दुकानदारों को भी इस धूल के कारण काफी तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है. दूकान की कितनी भी सफाई की जाय, कोई फर्क नहीं पड़ता है. दिन भर दुकानों में धूल जमी रहती है. 

नई सीमेंट की सड़कों की हालत खराब
पिछले कुछ माह में शहर में सीमेंट के अनेक मुख्य मार्गों का निर्माण हुआ है. एक भी मार्ग तारीफ करने के लायक नहीं है. चाहे जिलाधिकारी कार्यालय के सामने का मार्ग हो, चाहे जिला महिला अस्पताल के सामने का मार्ग हो, इसके अलावा भी अनेक मार्ग जो कि सीमेंट के बनाए गए थे उखड़ने लगे हैं. कुछ सीमेंट के मार्गों पर दुरुस्ती भी की गयी है. जिला प्रशासन द्वारा इन सीमेंट की सड़कों की जांच के आदेश दिए गए थे. कई बार जांच की गयी लेकिन अभी तक कोई परिणाम सामने नहीं आया है.

सीमेंट की सड़कें दिन प्रतिदिन और खस्ता हाल होती चली जा रही हैं. कोई भी सड़क ऐसी नहीं है जो कहीं न कहीं से उखड़ी हुई न हो. जिला प्रशासन की जांच के साथ साथ कुछ सड़कों के सोशल ऑडिट भी किए गए लेकिन कोई परिणाम सामने नहीं आए. इस ओर भी गंभीरता से संबंधित विभागों द्वारा ध्यान दिया जाना अब बहुत जरुरी हो गया है.