अकोला

Published: Apr 17, 2024 02:04 AM IST

Lok Sabha Elections 2024अकोला में भाजपा, कांग्रेसी नेता लगा रहे हैं पूरा जोर, अनेक वर्षों से यहां होता आ रहा है त्रिकोणी मुकाबला

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम
अनूप धोत्रे, अभय पाटिल और प्रकाश आंबेडकर

अकोला. अकोला लोकसभा चुनाव क्षेत्र में पिछले अनेक वर्षों से मुख्य रूप से त्रिकोणी मुकाबला होता आ रहा है. इस चुनाव क्षेत्र में सन 1984 में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में मधुसूदन वैराले ने जीत हासिल की थी. उन्हें 1,78,874 मत प्राप्त हुए थे और दूसरे स्थान पर रहे एड.प्रकाश आम्बेडकर ने 1,65,064 मत प्राप्त किए थे तथा 1,48,909 मत लेकर भाजपा प्रत्याशी पांडुरंग फुंडकर तीसरे स्थान पर थे. इस तरह 1984 में भी त्रिकोणी मुकाबला हुआ था. इसके पश्चात इस चुनाव क्षेत्र में भाजपा ने 1989 में सेंध लगाई थी और इस चुनाव क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी के रूप में पांडुरंग फुंडकर ने 3,22,384 मत लेकर पहली बार विजय प्राप्त की थी.

इस चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी प्रा.अजहर हुसैन 1,71,035 मत लेकर दूसरे स्थान पर थे तथा एड.प्रकाश आम्बेडकर 1,30,242 मत लेकर तीसरे स्थान पर थे. इसके पश्चात 1991 में 2,01,800 मत लेकर भाजपा के पांडुरंग फुंडकर दूसरी बार विजयी हुए तथा कांग्रेस प्रत्याशी सुधाकर गणगणे 1,56,687 मत लेकर दूसरी तथा 1,36,047 मत लेकर एड. प्रकाश आम्बेडकर तीसरे स्थान पर रहे. इसके पश्चात सन 1996 में 2,21,094 मत प्राप्त कर भाजपा के पांडुरंग फुंडकर तीसरी बार विजयी हुए. इस बार 2,12,041 मत प्राप्त कर एड.प्रकाश आम्बेडकर दूसरे स्थान पर आ गए तथा 1,50,131 मत प्राप्त कर कांग्रेस प्रत्याशी डा.संतोष कुमार कोरपे तीसरे स्थान पर रहे. इसके पश्चात हुए 1998 के चुनाव में भारिप बमसं के प्रत्याशी के रूप में 3,66,427 मत प्राप्त कर एड.प्रकाश आम्बेडकर ने विजय प्राप्त की.

इस चुनाव में 3,33,645 मत प्राप्त कर भाजपा के पांडुरंग फुंडकर दूसरे स्थान पर थे. इस चुनाव में कांग्रेस ने उम्मीदवार न खड़ा करते हुए भारिप बमसं को समर्थन दिया था. इसके पश्चात 1999 के चुनाव में भी भारिप बमसं प्रत्याशी के रूप में एड. प्रकाश आम्बेडकर ने 2,72,243 मत लेकर विजय प्राप्त की. इस चुनाव में भाजपा के पांडुरंग फुंडकर का 2,62,527 मत मिले तथा वे दूसरे स्थान पर रहे और तीसरे स्थान पर 1,23,640 मत प्राप्त कर राकां के डा.संतोष कुमार कोरपे रहे.

भाजपा प्रत्याशी संजय धोत्रे लगातार चार बार विजयी रहे
इसके पश्चात सन 2004, सन 2009, सन 2014 और सन 2019 के चुनावों में भाजपा प्रत्याशी के रूप में संजय धोत्रे ने लगातार विजय प्राप्त की. इन चारों चुनावों में हर बार भाजपा, कांग्रेस और भारिप बमसं के बीच त्रिकोणी संघर्ष हुआ. इस तरह पिछले चार चुनावों में भाजपा प्रत्याशी संजय धोत्रे को लगातार विजय प्राप्त होती रही.

इस बार भी त्रिकोणी संघर्ष
इस बार इस चुनाव क्षेत्र से भाजपा ने संजय धोत्रे के पुत्र अनूप धोत्रे को अपना प्रत्याशी बनाया है. इसी तरह कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में प्रदेश कांग्रेस के महासचिव डा.अभय पाटिल तथा वीबीए के नेता एड.प्रकाश आम्बेडकर के साथ साथ कुल 15 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. मुख्य मुकाबला भाजपा, कांग्रेस और वीबीए के बीच होगा ऐसा चित्र है. इस तरह इस बार मविआ के सभी नेता तथा कार्यकर्ता कांग्रेस प्रत्याशी को विजयी बनाने के लिए लगातार जोर लगा रहे हैं. इस तरह कांग्रेसी नेता, राकां शरद पवार गुट के नेता तथा शिवसेना उबाठा के सभी नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है. इसी तरह भाजपा प्रत्याशी को विजयी बनाने के लिए महायुती के सभी नेता और कार्यकर्ता लगातार प्रयासरत हैं. वीबीए के सभी नेता अपने प्रत्याशी के लिए जोर लगा रहे हैं.