अकोला

Published: Jan 23, 2021 11:16 PM IST

अकोलाजिले में चिकन व्यवसाय आंशिक असर, बर्ड फ्लू का लोगों में कोई असर नहीं

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

चंद्रपुर: जिले में कुछ स्थानों पर पक्षी मृत पाये जाने से बर्ड फ्लू होने का प्रमाण पाया गया है. परंतु इसका जिले के चिकन व्यवसाय पर किसी तरह कोई असर नहीं हुआ है.  जिले में चिकन व्यवसाय पहले की तरह शुरू है. कीमतों में गिरावट आयी है. चिकन व्यवसायियों का कहना है कि इससे पूर्व जब बर्ड फ्लू आया था उस समय पोल्ट्री फार्मों में ही मुर्गियों मृत पायी जाने से संबंधित संचालकों ने फ्री में मुर्गियां देनी शुरू दिया था परंतु इस बार पोल्ट्री फार्मों में मुर्गियों पर बर्ड फ्लू का कोई असर नहीं हुआ है. हालांकि कुछ भाव में कमी आयी है.

जिले में मुर्गियों में बर्ड फ्लू होने की पुष्टि नहीं हुई है. इसके बावजूद बाजार में पिछले सप्ताह भर में चिकन की डिमांड कम हुई है. इसका भाव भी गिरा है. जिले के कई शहरों में बायलर मुर्गी के दाम कम हुए है. हालांकि पोल्ट्रीफार्म मालिक और चिकन का कारोबार करनवेाले व्यापारियों का दावा है कि अभी तक चिकन में बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है. इसके बावजूद ग्राहकों के खौफ के चलते ही यह चिकन सस्ता हो गया है. जिले में बर्ड फ्लू की दस्तक के खबरों के बाद पिछले दो दिनों में चिकन के रेट गिरे है.

आमतौर पर संडे, शुक्रवार को चिकन अधिक बिकता है, परंतु इसकी डिमांड कम देखने को मिली. होटलों को होने वाली सप्लाई पर भी इसका असर हुआ है. कोरोना काल में भी अफवाहों के कारण चिकन व्यवसाय पर असर हुआ था. पिछले साल सोशल मीडिया में पक्षियों में कोरोना होने की अफवाहों के चलते लोगों ने चिकन, मटन, अंडे खाना बंद कर दिया था. 

पिछले दो दिनों में स्थिति सुधरी है- चांद

चंद्रपुर के रहेमनगर निवासी चिकन के होलसेल व्यवसायी चांदभाई ने बताया कि चिकन व्यवसाय शुरूआत में असर हुआ था व्यवसाय सीधे 70 प्रश गिर गया था परंतु दो दिनों से व्यवसाय में तेजी आयी है. पोल्ट्री फार्म संचालकों द्वारा पिछली बार मुर्गियां फ्री में दी जारही थी परंतु इस बार मात्र कुछ रेट कम किए गए है. इस समय होलसेल में बायलर चिकन 80 से 90 रुपये पीस मिल रहा है जबकि देशी मुर्गी का रेट पहले के भांति 400 से 500 रुपये है. उन्होने का चिकन को हलाल किए जाने के बाद पहले ही उसके खून के रास्ते सारे विषाणू निकल जाते है और भी उसे गर्म पानी में उबाला भी जाता है. इसके बाद घरों में पहुंचने के बाद उसे पूरी तरह से पकाकर खाया जाता है. यही कारण है कि अब तक अपने देश में बर्ड फ्लू का इंसानों पर कोई असर होने का कोई प्रमाण नहीं मिला है.

सप्ताह भर में चिकन व्यवसाय पर असर- हसन शेख

घुग्घुस के चिकन के होलसेल व्यवसायी हसन शेख का कहना है कि पहले के मुकाबले चिकन व्यवसाय पर कुछ असर हुआ है.50 प्रश व्यवसाय प्रभावित हुआ है. पहले 80 से 90 रुपये में होलसेल में बायलर चिकन मिलता था अब 50 रुपये में मिल रहा है. देशी मुर्गी का रेट 430 रुपये होलसेल में और खुदरा विक्री 500 रुपये में है.