अकोला

Published: Jun 23, 2022 11:41 PM IST

Filter Plantसात पानी की टंकियों पर स्काडा ऑटोमेशन शुरू, फिल्टर प्लांट के साथ पानी की टंकी भरने का कार्य स्वचालित

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

अकोला. वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में फिल्टर, पंपिंग मशीनरी, पानी की टंकी भरने का काम अपने आप हो जाएगा. शहर की पांच पानी की टंकियों पर यह व्यवस्था लागू की गई है. इस सिस्टम का दो पानी की टंकियों पर काम शुरू है. अकोला मनपा को अमृत योजना के तहत शामिल किया गया था. इस योजना के अंतर्गत जलापूर्ति सुदृढ़ीकरण कार्य चल रहा है. इनमें से कुछ कार्यों को पूरा कर लिया गया है.

लेकिन 65 एमएलडी और 25 एमएलडी दोनों जल शुद्धीकरण संयंत्रों में नए वाल्व लगाए गए हैं. ये सभी वॉल्व ऑटोमेटिक होने जा रहे हैं. जलापूर्ति योजनाओं के बड़े नेटवर्क के कारण मजदूरों के लिए सभी काम करना मुश्किल हो रहा है. साथ ही योजना के तकनीकी कर्मचारी हर महीने सेवानिवृत्त हो रहे हैं. इसीलिए कम मनुष्यबल का उपयोग कर जलापूर्ति योजनाओं की प्रक्रिया में स्वचालन तकनीक का उपयोग किया जा रहा है.

स्काडा ऑटोमेशन सिस्टम आपको पानी की गुणवत्ता और संयत्र के विभिन्न मानकों को ऑनलाइन देखने और नियंत्रित करने की अनुमति देता है. जिला न्यायालय के सामने स्थित पानी की टंकी के साथ साथ श्रद्धा नगर, जोगलेकर प्लॉट, गंगा नगर, लोकमान्य नगर आदि पानी की टंकियों पर स्काडा ऑटोमेशन का कार्य पूरा कर लिया गया है.

रेलवे स्टेशन के सामने दो पानी की टंकियों पर काम चल रहा है, इसके बाद अकोट फैल क्षेत्र में दो पानी की टंकियों पर यह प्रणाली शुरू की गयी हैं. इस प्रणाली से जल खाता बनाने में मदद मिलेगी जो अब तक नहीं किया गया है. साथ ही किस क्षेत्र में कितनी जलापूर्ति की आवश्यकता है और संबंधित क्षेत्र में कितने वैध ग्राहक हैं? यह जानकारी जल लेखा तैयार करने में सहायक होगी. 

अपने आप बंद होगा वाल्व

स्काडा ऑटोमेशन सिस्टम के लागू होने से टैंक को भरने के बाद वॉल्व को बंद करने की जरूरत खत्म हो जाएगी. यह वाल्व अपने आप बंद हो जाएगा. पानी की टंकी भरने के बाद पानी की आपूर्ति काट दी जाएगी. काटेपूर्णा बांध से जलकुंभ के लिए लिया गया पानी, नागरिकों को जलापूर्ति आदि की जानकारी मिलेगी.