अकोला
Published: Jul 31, 2021 10:29 PM ISTअकोलाएसटी कर्मियों को आखिरकार न्याय मिला, सभी अनशनकर्ताओं को दिए गए
- काम पर लौटने आदेश
अकोला. परिवहन निगम के अकोला संभाग में स्थानांतरित लेकिन पिछले सात महीने से आदेश का इंतजार कर रहे कर्मचारी पिछले सोमवार से वर्दी पहनकर जिलाधिकारी कार्यालय के सामने भूख हड़ताल पर चले गए थे. इस बीच कर्मचारियों ने अकोला संभागीय यातायात नियंत्रक चेतना शिरोलकर की मौजूदगी में काम फिर से शुरू करने का लिखित आदेश दिया है और जूस पीकर अनशन छुड़ाया है.
परिवहन विभाग के अकोला संभाग के स्थानांतरित कर्मचारियों के परिजन पिछले सात माह से भर्ती नहीं होने से उनकी जीवनयापन की समस्या निर्माण हुई हैं. इससे पहले कर्मचारियों ने विभिन्न दलों के जनप्रतिनिधियों से संपर्क किया और अपनी बात बताई, लेकिन कोई उनके लिए आगे नहीं आया.
जिसके कारण उल्हास खराटे (चालक), दुर्गदास राऊत (चालक), नंदू कांबले (चालक), विवेक इंगळे (चालक), गोकुलदास जाधव (वाहक), गोपाल बांडे (वाहक) इन 6 कर्मचारियों ने लोकतांत्रिक तरीके से आमरण अनशन शुरू करने के बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य सतीश भागवत ने अपने प्रयास जारी रखे.
इस बीच परिवहन निगम के अकोला संभागीय परिवहन नियंत्रक चेतना शिरोलकर की मौजूदगी में सभी को काम पर लौटने का आदेश देने के बाद सभी प्रदर्शनकारियों ने भागवत के हाथों जूस पीकर अनशन बंद कर दिया. इस अवसर पर विजय जामनिक, प्रशांत प्रधान, पंकज इंगले, हेमंत दाभाड़े, विनित दाभाड़े, सुनील वानखेड़े, संदेश वानखड़े आदि उपस्थित थे.