अकोला

Published: Jan 08, 2023 10:13 PM IST

Compensationनुकसानग्रस्त किसानों के खातों में सीधे जमा होगी मुआवजे की राशि, सरकार ने 55 करोड़ 44 लाख रू. मंजूर किए

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
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अकोला. सितंबर माह में हुई अत्यधिक बारिश के कारण नुकसानग्रस्त किसानों के लिए 34 करोड़ 16 लाख 44 हजार रू. की निधि सरकार ने मंजूर की. इसी तरह अक्टूबर माह में वापसी की बारिश के कारण जिन किसानों का नुकसान हुआ था उन नुकसानग्रस्त किसानों के लिए 20 करोड़ 27 लाख 72 हजार रू. मंजूर किए गए.

इस तरह कुल मिलाकर जिले के नुकसानग्रस्त किसानों के लिए 55 करोड़ 44 लाख रू. मंजूर किए गए हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार सितंबर माह में 23,851 हेक्टेयर क्षेत्र में 74 गांवों के 32,513 किसानों का नुकसान हुआ इसी तरह अक्टूबर माह में 10,413 हेक्टेयर क्षेत्र में 78 गांवों के 13,747 किसानों का नुकसान हुआ है. इन किसानों के लिए उपरोक्त राशि मंजूर की गयी है.

यह राशि अब ऑनलाइन पद्धति से नुकसानग्रस्त किसानों के खातों में सीधे जमा की जाएगी. यह उल्लेखनीय है कि सितंबर और अक्टूबर माह में जिले के जिन किसानों का नुकसान हुआ था इसका प्रस्ताव और अहवाल जिला प्रशासन द्वारा करीब ढाई माह पूर्व सरकार को भेज दिया गया था. उसके बाद अब यह निधि सरकार द्वारा मंजूर की गयी है जो कि सीधे किसानों के खातों में जमा की जाएगी. 

इसके पूर्व दी गई मदद

जून 2022 से अगस्त तक अत्यधिक बारिश के कारण जिन किसानों की फसलों का नुकसान हुआ था उन किसानों के लिए जिले को 134 करोड़ रूपये की नुकसान भरपाई के लिए मदद मिली थी. इसी तरह जून, जुलाई और अगस्त माह में 98 हजार 321 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों का नुकसान हुआ था, इसी तरह 1,724 हेक्टेयर फसलों की जमीन की मिट्टी अत्यधिक बारिश के कारण बह गयी थी. इस तरह इन किसानों को नुकसान भरपाई के रूप में 134 करोड़ रू. की मदद वितरित की गयी थी. 

मदद प्रक्रिया में परिवर्तन

अब सरकार ने जिन किसानों का नुकसान हुआ है उन किसानों की मदद प्रक्रिया में परिवर्तन किया है. उस अनुसार अब तहसील स्तर पर नहीं बल्कि सरकार द्वारा सीधे लाभार्थी किसानों के अकाउंट में मदद की राशि जमा की जाएगी. इसके लिए आनलाइन पद्धति क्रियान्वित की गयी है. जिन किसानों का नुकसान हुआ है उनकी सूची मंत्रालय में भेज दी जाएगी. इसके पहले जिला प्रशासन द्वारा तहसील स्तर पर किसानों में नुकसान भरपाई की राशि का वितरण किया जाता था. अब यह मदद राशि सीधे सरकार किसानों के खातों में जमा करेगी.