अकोला

Published: Dec 26, 2020 09:43 PM IST

अकोलाकोरोना वायरस को लेकर शुरू लाकडाउन ने हिलाकर रख दिया शहर तथा जिले को

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

अकोला. कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए 21 मार्च से शहर तथा जिले में शुरू किया गया था लाकडाउन. इस लाकडाउन में शहर तथा जिले को हिलाकर रख दिया है. शहर तथा जिला ऐतिहासिक रूप से पूरी तरह से बंद रहा. सिर्फ मेडिकल और जीवनावश्यक वस्तुएं लोगों को मिलती रहीं. शायद इतना बड़ा लाकडाउन कभी किसी ने देश भर में नहीं देखा था. उस पर आए दिन कोरोना वायरस का आतंक छाया रहा. सड़कों पर पूरी तरह से कर्फ्यू जारी रहा. रेल बंद, बस सेवा बंद, शहर में आटो रिक्शे बंद, पूरा शहर बंद रहा. सिर्फ अत्यावश्यक सेवा करने वाले ही बाहर निकल सकते थे. जगह जगह शहर भर में पुलिस तैनात थी. जगह जगह नाकाबंदी की गयी थी. उस पर कोरोना वायरस का आतंक जरा भी कम नहीं हो रहा था. 

अनेक लोग बेरोजगार हो गए 

इस परिस्थिति में लगातार बंद होने के कारण, लाकडाउन होने के कारण कई छोटे छोटे दुकानदार, कई नियमित रूप से मजदूरी करनेवाले लोग, सुतार, लोहे का काम करनेवाले लोग, घरों में काम करनेवाले लोग, बड़ी बड़ी और छोटी छोटी दुकानों में काम करनेवाले लोग, होटल में काम करनेवाले कारीगर, बड़े बड़े शोरूम में काम करनेवाले लोग, सोने चांदी के कारीगर, लॉन्ड्री में काम करनेवाले लोग, होटलों में काम करनेवाले लोग, फोटोग्राफर, बैंड बाजेवाले लोग, शादी के मंडप के प्रतिष्ठानों में काम करनेवाले लोग, आर्केष्ट्रा में काम करनेवाले कलाकार, निजी शालाओं में काम करनेवाले शिक्षक तथा अन्य स्टाफ न जाने कितने निजी क्षेत्रों में काम करनेवाले लोग पूरी तरह से बेरोजगार हो गए थे. उसके बाद धीरे धीरे सरकार ने चरणबद्ध तरीके से लाकडाउन को अनलाक करना शुरू किया. फिर धीरे धीरे सड़कों पर लोग दिखने लगे और लोगों की नियमित दिनचर्या शुरू हो सकी. किसी तरह से फिर से जनजीवन सामान्य होने लगा.

अभी भी नहीं सुधरी परिस्थिति

अनेक लोगों के बेरोजगार होने के बाद जब बाजार शुरू हुआ तब भी परिस्थिति नहीं सुधर सकी. व्यापारिक परिस्थिति अभी भी खराब है. अभी भी सभी बाजारपेठ क्षेत्रों में पूरी तरह से स्थिति नहीं सुधरी है. लाकडाउन से सभी क्षेत्रों में, सभी व्यापारिक क्षेत्रों में स्टाफ काफी कम कर दिया गया है. इस तरह अभी भी यह कहा जा सकता है कि परिस्थिति नहीं सुधरी है और मंदी का दौर जारी है. आनेवाले समय में निश्चित ही परिस्थिति सुधरने की उम्मीद है. 

315 लोगों की मौत हुई, अभी भी नहीं निकली वैक्सीन

कोरोना वायरस के कारण शहर तथा जिले में अब तक 315 लोगों की मौत हो चुकी हैं. अब तक कुल 10,333 लोग कोरोना वायरस के कारण बीमार हुए जिसमें से 9,363 लोगों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज दिया गया. 655 अभी भी कोरोना वायरस से प्रभावित एक्टिव रोगी हैं. इस तरह कोरोना वायरस का आतंक अभी भी जारी है. 21 मार्च से शुरू हुए लाकडाउन में करीब करीब पूरा वर्ष ही निकल गया है. अब दिसंबर माह समाप्त होते ही नया वर्ष 2021 शुरू हो जाएगा. इस तरह कोरोना वायरस के आतंक ने और उसके कारण शुरू किए गए लाकडाउन ने शहर तथा जिले को हिलाकर रख दिया है. लेकिन अभी भी कोरोना वायरस को रोकने की वैक्सीन यहां नहीं पहुंची है. सभी को इंतजार है उस वैक्सीन का. क्यों कि अभी भी कोरोना वायरस का प्रकोप पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है. 

बाजारों में भीड़, समारोह शुरू

शहर तथा जिले में बाजारों में भीड़ बढ़ रही है. इसी तरह विवाह समारोह, आदि समारोह शुरू हैं, लेकिन अनेक स्थानों पर कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने को लेकर सरकारी सूचनाओं और निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ साथ जिला प्रशासन द्वारा ध्यान दिया जाना बहुत जरूरी है.