अमरावती

Published: Jun 20, 2020 08:14 PM IST

अपराध 5 माह में 50 रिश्वतखोर ट्रैप, पुलिस व राजस्व अव्वल

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

अमरावती: एक ओर देश में भ्रष्टाचार मुक्त देश निर्माण करने का नारा दिया जा रहा है, जबकि सरकारी कार्यालय में बगैर लेन-देन के कोई काम नहीं होते है. यही वजह है कि 5 माह के भीतर अमरावती संभाग में 50 रिश्वतखोरों को भ्रष्टाचार प्रतिबंधक ब्यूरो (एसीबी) ने रंगे हाथ दबोचा है. भ्रष्टाचार में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी पुलिस व राजस्व विभाग अव्वल नंबर पर है.

भ्रष्टाचार में अमरावती जिला आगे
अमरावती संभागीय मुख्यालय है. भ्रष्टाचार के मामले में संभाग के 5 जिलों में अमरावती सबसे आगे चल रहा है. 1 जनवरी से 18 जून तक एसीबी की कार्रवाई के आंकड़ों पर नजरें दौड़ाई जाए तो यह बात स्पष्ट होती है. इस 5 माह के दौरान अमरावती में एसीबी के 10 कार्रवाई की गई, जिसमें 11 आरोपी दबोचे गए. इसी तरह अकोला जिले में 9 केसेस में 11 रिश्वतखोर पकड़े है.

यवतमाल जिले में 8 केसेस 17 आरोपी, बुलढाणा 4 केसेस में 5 आरोपी तथा वाशिम 5 केसेस में 6 रिश्वतखोरों को गिरफ्तार किया गया है. इस तरह कुल संभाग में 36 केसेस में 50 आरोपी गिरफ्तार किए गए है. जबकि पिछले वर्ष मई 2019 तक कुल 57 केसेस 74 आरोपी पकड़े गए थे, जिसमें अमरावती जिले में 17 केसेस 22 आरोपी, अकोला में 7 केसेस 9 आरोपी, बुलढाणा में 7 केसेस 10 आरोपी, यवतमाल में 14 केसेस 19 आरोपी तथा वाशिम में 9 केसेस 14 आरोपी दबोचे गए.

5 क्लास वन अधिकारी दबोचे
इस वर्ष गिरफ्तार 50 रिश्वतखोरों में 5 क्लास वन अधिकारी, क्लास 2 के 6 अधिकारी, क्लास 3 के 27 कर्मचारी तथा 1 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी का समावेश है. विभागों की बात करें तो पुलिस महकमें में 10, राजस्व विभाग में 10, वन विभाग 3, पंचायत समिति 2, भूमि अभिलेख 2, जबकि कृषि, समाज कल्याण, स्वास्थ्य विभाग, जिला परिषद, नप, महावितरण, राज्य परिवहन विभाग में 1-1 कार्रवाई हुई है.

लॉकडाउन में भी जारी रही रिश्वतखोरी
कोरोना महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए देश में लॉकडाउन घोषित किया गया. इस लॉकडाउन के दौरान भी भ्रष्ट कर्मियों की रिश्वतखोरी जारी थी, जिसके चलते भ्रष्टाचार प्रतिबंधक ब्यूरो ने लॉकडाउन में भी कार्रवाई को अंजाम दिया. इस क्रम में मार्च माह में 9 कार्रवाई हुई, जिसमें अमरावती जिले में 3 अकोला में 1, यवतमाल 3, बुलढाणा- वाशिम में 1-1 कार्रवाई हुई है.

इसी तरह अप्रैल माह में कोई कार्रवाई नहीं हुई, जबकि मई माह में अकोला जिला में 1 रिश्वतखोर को पकड़ा गया, जबकि जून माह के 18 दिनों में 5 रिश्वतखोरी पर कार्रवाई की गई, जिसमें अमरावती व अकोला जिला 2-2 कार्रवाई हुई, जबकि यवतमाल में 1 कार्रवाई हुई है. भ्रष्टाचार प्रतिबंधक ब्यूरो की इस कार्रवाई से रिश्वतखोरों में हड़कंप मचा हुआ है.