अमरावती

Published: Sep 18, 2021 11:40 PM IST

Ganesh Festivalआज बाप्पा की बिदाई, डेढ दर्जन इलाकों में आर्टिफिशीयल टैंक की सुविधा

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

अमरावती. पूरे दस दिनों की पूजा अर्चना के बाद अनंत चर्तुदशी के दिन से बाप्पा की बिदाई का सिलसिला शुरू होगा. 19 सितंबर को अधिकतर घरेलू गणपतियों का विसर्जन किया जाएगा. जबकि सार्वजनिक मंडलों के गणपति बारी बारी से 23 सितंबर तक विसर्जित किए जाएंगे.

घरेलू गणपति विसर्जन के लिए शहर के प्रमुख वडाली व छत्री तालाब के साथ महानगरपालिका प्रशासन ने शहर के डेढ दर्जन से अधिक परिसरों में आर्टिफिशीयल टैंक की सुविधा उपलब्ध कराई है. विगत डेढ वर्ष से पूरी दुनिया कोरोना से त्रस्त है. इस महामारी को साथ ले जाने की अर्जी गणेश भक्त बाप्पा से कर रहे है.

हर टैंक पर नियंत्रण अधिकारी

शहर में शेगांव नाका स्थित अभियंता भवन, सहकार नगर, फार्मसी शासकीय विद्यालय, कठोरा नाका, शिवाजी कमर्शियल मार्केट रवि नगर चौक, नेहरू मैदान, प्रशांत नगर बगीचा, मालटेकडी के पास, विश्वविद्यालय चौक में पुल के पास, छत्री तालाब, साईं नगर में साईं मंदीर के पास, बडनेरा में झिरी तालाब, गोपाल नगर में जीम के पास, बडनेरा का बारीपुरा, रवि नगर का हनुमान नगर, बुधवारा आदि इलाकों में आर्टिफिशियल टैंक होंगे. जहां हर स्थान पर मनपा ने नियंत्रण अधिकारी नियुक्त किए है. 

बगैर ढोल ताशा सादगी से विसर्जन

कोरोना महामारी की पाबंदियों के तहत गत वर्ष की तरह ही इस वर्ष भी गणेश विसर्जन सादगी पूर्ण तरीके से होगा. गणेश मंडलों को बगैर किसी शोर-शराबे, लाउडस्पीकर, गाजे-बाजे व शोभायात्रा, रैली के बिना गणेश मूर्ति विसर्जन करने के निर्देश दिए गए है.  

शाम 7.30 तक मुहूर्त

शहर के पंडीत पुरूषोत्तम सत्रे के अनुसार गणेश विसर्जन का मुहूर्त रविवार सुबह 9.30 से शाम 7.30 बजे तक है. 

5 दिनों तक चलेगी विसर्जन प्रक्रिया

शहर व ग्रामीण भाग में गणपति विसर्जन की प्रक्रिया 19 से 23 सितंबर तक चलेगी है. जिसके लिए शहर व ग्रामीण पुलिस ने तगड़ा बंदोबस्त लगाया है. शहर में 19 सितंबर रविवार को 146 गणपति का विसर्जन होगा, जबकि 20 सितंबर को 154, 21 को 41, 22 को 5, 23 को 1 गणेश मुर्ति का विसर्जन होगा. इसी तरह ग्रामीण में विसर्जन प्रक्रिया के पहले दिन 19 सितंबर को 471 गणपति का विसर्जन होगा.

20 को 313, 21 को 229, 22 को 58, 23 को 2 गणेश मुर्तियों का विसर्जन होगा. 5 दिन तक चलने वाली विसर्जन प्रक्रिया के लिए शहर में 3 डीसीपी, 3 एसीपी, 18 पीआय, 80 पीएसआइ, 1400 पुलिस कर्मी, 250 होमगार्ड व 2 एसआरपीएफ प्लैटून तैनात किया है. जबकि ग्रामीण में एसपी के साथ 150 अधिकारी व 2500 कर्मी, 700 होमगार्ड व एसआरपीएफ कंपनी तैनात की है.

विसर्जन स्थलों पर कडी सुरक्षा

शहर के अधिकांश गणेश मुर्ति विसर्जन प्रथमेश तालाब, छत्री तालाब, रेवसा नदी, कामुंजा नदी, पेढ़ी नदी, बोर नदी तथा कोडेश्वर तालाब पर होंगे. जिसमें से सर्वाधिक प्रथमेश व छत्री तालाब पर विसर्जन होने से यहां 16 से अधिक सीसीटीवी कैमेरा, उत्कृष्ठ तैराक, टार्ज, छत्री व पुलिस चौकियां निर्माण की है. ग्रामीण में अलग-अलग नदियों पर विसर्जन व्यवस्था की गई है.

तिवसा में 2 अप्राकृतिक तालाब का निर्माण 

गणेश भक्तों की सुरक्षितता व प्रदूषण के उद्देश्य से तिवसा नगरपंचायत ने शहर के मध्य स्थल में 2 स्थानों पर त्रिमुर्ती नगर व साप्ताहिक बाजार परिसर में अप्राकृतिक तालाब का निर्माण किया है. यहां विसर्जन करने की अपील मुख्याधिकारी डा. पल्लवी सोटे ने शहरवासियों से की है.