अमरावती

Published: Jun 17, 2020 07:48 PM IST

भारत-चीन झड़प चायना मेड उत्पादों पर बहिष्कार करों, जनप्रतिनिधियों की राय

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

अमरावती. चीन की दादागीरी पर पूरे देश का खून खौल रहा है. जनप्रतिनिधिओं ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए संपूर्ण देशवासियों से चीनी वस्तुओं का बहिष्कार कर चायना की आर्थिक कमर तोड़ने का आह्वान किया है. 

चीन को सबक सिखाए
चीन के साथ का अनुभव अच्छा नहीं रहा है. वर्ष 1962 की जंग के जख्म अब भी हरे हैं. चीन यह ना समझे की भारत उसे हरा नहीं सकता. चीन को सबक सिखाने के लिए बार्डर पर ही जाना जरुरी नहीं है, बल्कि चीनी वस्तुओं का बहिष्कार कर उनकी इकॉनॉमी गिरानी चाहिए. -डा.सुनील देशमुख, पूर्व पालकमंत्री

चीनी वस्तुओं पर बहिष्कार डाले
जिस पद्धति से चीन अपना रूप दिखा रहा है. यह सबकुछ पूर्व नियोजित है. चीनी वस्तुओं के लिए भारत सबसे बड़ा बाजार है, जिससे चीन को उसकी जगह दिखाने के लिए नागरिकों को चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करना एकमेव उपाय है.-सुनील खराटे, जिला प्रमुख शिवसेना

PM दे जवाब
चुनाव के समय कुछ आंतकवादियों ने जवानों की टुकड़ी को उड़ाया था, तभी पाकिस्तान को करारा जबाव देने का निर्णय लिया गया. लेकिन अब जब चीन भारत के खिलाफ उतर रहा है, तो पीएम मोदी को उसका जबाव देना चाहिए-बबलू देशमुख, जिलाध्यक्ष, कांग्रेस

जवाब देना जरुरी
भारतीय सैनिकों के साथ हमेशा ही देश का नागरिक खड़ा है. अब भारत को भी जवाबी कार्रवाई करना चाहिए. जिन जवानों ने देश के लिए बलिदान दिया है, उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाना चाहिए.-संगीता ठाकरे, जिलाध्यक्ष राष्ट्रवादी कांग्रेस