अमरावती

Published: Jan 24, 2023 02:58 AM IST

Water Crisisपानी के लिए भटक रहे सरपंच ढाणा के नागरिक, प्रशासन की अनदेखी से क्षेत्र में जलसंकट

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

चुरणी (सं). चिखलदरा तहसील के हतरू गांव के सरपंच ढाना क्षेत्र में आदिवासी नागरिकों को पानी के लिए दसों दिशाओं में भटकना पड रहा है. सरपंच ढाना की आबादी करीब एक हजार है और यह हतरू ग्राम पंचायत का हिस्सा है. ग्राम पंचायत ने इस सरपंच ढाना की पूरी तरह से उपेक्षा की है और इस स्थान पर पानी की बड़ी समस्या है. उस स्थान पर गांव से सटे जंगल में कुआं है. लेकिन इस कुएं में कोई मोटर नहीं है. साथ ही पाइप लाइन भी नहीं डाली गई है. इससे गांव में पानी नहीं आ पाता है. इसलिए ग्रामीणों को पानी के लिए अन्यत्र भटकना पड़ रहा है. साथ ही गांव में दो हैंडपंप हैं और दो में से एक बंद है.

एक हैंडपंप से ग्रामीणों की पानी की समस्या का समाधान नहीं होता है. ऐसे में ग्रामीणों को पानी के लिए गांव से सटे खेत में जाना पड़ता है. वह किसान को पानी भरने देता है, लेकिन खेतों में सिंचाई शुरू होने से वह भी कई बार गांव वालों को पानी नहीं भरने देता. इससे ग्रामीणों को पानी के लिए भटकना पड़ रहा है. संबंधित विभाग व ग्राम पंचायत प्रशासन को संज्ञान लेकर ग्रामीणों को पानी उपलब्ध कराने की मांग के साथ इस स्थान पर पाइप योजना जल्द पूरा कर जलापूर्ति शुरू करने की याचना नागरिकों ने की  है.

10-12 साल से पानी की समस्या 

सरपंच ढाना में पिछले 10-12 साल से पानी की समस्या है. तीन साल पहले गांव से कुछ दूरी पर एक कुआं खोदा गया था. काम पूरा हो गया है. लेकिन पाइप लाइन पूरी नहीं होने के कारण गांव में जलापूर्ति शुरू नहीं की गयी. जलापूर्ति तत्काल शुरू की जानी चाहिए.

-रमेश मावसकर, ग्रामपंचायत सदस्य

पाइप लाइन का काम तत्काल करें

हतरू सरपंच ढाना में प्लास्टिक की पानी की टंकी है. लेकिन दो साल से यह बंद है. पाइप लाइन नहीं होने के कारण अभी तक इस पानी टंकी में पानी नहीं जा सका है. इसलिए संबंधित प्रशासन को तत्काल पाइप लाइन बिछाकर गांव के लोगों को पानी उपलब्ध कराना चाहिए.

-दिलीप भूसूम