अमरावती

Published: Dec 18, 2023 12:42 AM IST

Cracks On NH 355Amravati News: राष्ट्रीय महामार्ग पर पड़ी दरारें, अधूरे पड़े रोड डिवाइडर, दुर्घटनाओं को निमंत्रण

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम
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चांदूर बाजार (सं). चांदूर बाजार शहर के बीचोंबीच अतिव्यस्त तथा भारी यातायात के बीच से मोर्शी परतवाड़ा की ओर जाने वाला राष्ट्रीय महामार्ग क्रमांक 355 का कार्य विगत 1 वर्ष से भी ज्यादा समय से जारी है. कछुआ चाल चल रहे राष्ट्रीय महामार्ग का निर्माण कार्य एक ओर जल्द पूरा होने का नाम नहीं ले रहा. वहीं दूसरी ओर इस सड़क निर्माण के कार्य पश्चात सड़क पर पड़ी बड़ी-बड़ी दरारें सहित अधूरे पड़े रोड डिवाइडर व रास्ते निर्माण कार्य की कई खामियां इन ठेकेदारों सह सम्बंधित अधिकारियों को नहीं दिखाई दे रही है, जिसका खामियाजा आम नागरिक को भुगतना पड़ रहा है.

महामार्ग पर कई स्कूलें 

महामार्ग पर कई स्कूल तथा शासकीय कार्यालय समेत बड़ी भारी मात्रा में यातायात के साथ पैदल चलने वाले नागरिको सह शालेय छात्र-छात्राओं की संख्या बड़ी है. लेकिन इस रास्ते पर अब तक गतिरोधक नहीं बनने के कारण इन नागरिक को सह छात्र-छात्राओं को तेज रफ्तार से आने वाले वाहनों से दुर्घटना की संभावनाएं आए दिन बनी रहती है. 

मार्ग की लाइटें बंद 

महामार्ग क्रमांक 355 शहर में तथा शहर के सीमा तक लगी लाइटें बंद है जिसके चलते रात में इस मार्ग पर अंधेरा छाया रहता है. जो दुर्घटनाओं को निमंत्रण दे रहा है. वहीं दूसरी ओर अधूरे पड़े रोड डिवाइडर के कार्य के चलते बहुत बार पैदल चलने वाले नागरिक अथवा टू व्हीलर वाहन चालक रास्ता क्रॉस करते समय रोड डिवाइडर के लिए बने गड्डो में वाहन का टायर घुसने से दुर्घटनाएं घट रही है. ऐसे ही एक दुर्घटना में गजानन चाइनीस सेंटर के संचालक सचिन डोले की सड़क पर हुई दुर्घटना में उनकी आंखें जाते-जाते बच गई.

ध्यान नहीं दे  रहे आखिर संबंधित अधिकारी

राष्ट्रीय महामार्ग क्र. 355 के कछुआ चाल चल रहे निर्माण कार्य पूर्ण होने के पूर्व जगह-जगह सड़क पर गिर रही बड़ी-बड़ी दरारें, अधूरे निर्माण कार्य, रास्तों पर आए दिन हो रहे दुर्घटनाओं के कारणों का पता न लगाते हुए संबंधित ठेकेदार को किसी भी प्रकार के दंडात्मक कार्रवाई नहीं करने वाले संबंधित अधिकारियों की चुप्पी पर अब आम नागरिक सवाल उठा रहे हैं?  समाजसेवी विनोद पवार ने कहा कि अब तक कई दुर्घटनाएं घटी जिसमें कई नागरिकों की जान गई.  इसके बावजूद भी अब तक इस ठेकेदार पर करवाई क्यों नहीं हो रही? वहीं इस राज्य मार्ग की गुणवत्ता की अधिकारी जांच क्यों नहीं कर रहे?  ऐसे कई सवाल है.