अमरावती

Published: Sep 02, 2023 01:38 AM IST

Crop Dryबारिश न होने से फसलें सूख गई, संकट में किसान

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
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अंजनगाव सुर्जी (सं). इस साल पहले से ही तहसील में बारिश देर से आने के कारण बुआई में देरी हुई. करीब एक महीने से तालुक में खड़ी फसलें बारिश की कमी के कारण सूख रही हैं. इसके अलावा, अंजनगांव सुर्जी तहसील की महत्वपूर्ण शाहनूर परियोजना प्रचुर बारिश की कमी के कारण अभी भी आधे से अधिक सूखी है. साथ ही सिंचित क्षेत्रों में ट्यूबवेलों का पानी भी कम हो गया है, इसलिए इन क्षेत्रों में सूखा पड़ने की संभावना है.

अगस्त के महीने में, लगभग पूरे तहसील में बारिश बंद हो गई है. बारिश की कम मात्रा के कारण, शाहनूर मध्यम परियोजना में पानी का प्रवाह कम हो गया है और बांध आधे से भी कम भरा है. पानी को लेकर किसान परेशान है.

सिंचाई के लिए नहीं मिल रहा पानी

तहसील में बारिश की कमी के कारण फसलें बोई और रोपी गई थीं. लगभग एक महीने से बारिश की कमी के कारण फसलों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है. कम से कम जीवित रहने के लिए फसलों को पानी की कमी के कारण नहीं मिल पा रहा है. बारिश की वजह से सोयाबीन और कपास जैसी खड़ी फसलें सूखने लगी हैं. अगर कुछ किसानों के पास पानी है तो वे फसलों की सिंचाई कर लेते हैं, लेकिन बिजली वितरण कंपनी द्वारा लगातार रोशनी की आपूर्ति नहीं करने से किसानों के लिए फसलों की सिंचाई करना मुश्किल हो गया है. उन्हें फसल उगाना भी मुश्किल हो गया है.

कुओं और ट्यूबवेलों में पानी हो गया कम

इस साल की शुरुआत में बहुत कम बारिश होने और अब हुई भारी बारिश के कारण इस साल नदी नालों में बाढ़ नहीं आने से कुओं और ट्यूबवेलों का जलस्तर कम हो गया है. संकेत है कि इस वर्ष बागवानी करने वाले किसानों के पास अपने बगीचों के लिए पानी नहीं होगा.

सरकार को वर्तमान सूखे की स्थिति का तत्काल सर्वेक्षण करना चाहिए और अंजनगांवसुर्जी तहसील में सूखा घोषित करना चाहिए. फसल बीमा राशि तुरंत किसानों के खातों में स्थानांतरित करनी चाहिए और किसानों को पूर्ण ऋण माफी देनी चाहिए.

-महेश खारोडे, किसान सातेगांव