अमरावती

Published: Jul 28, 2021 10:22 PM IST

अमरावतीमेलघाट में वन तस्करी का पर्दाफाश, एक मजदूर अदालत में पेश, एक को गिरफ्तार करने दल रवाना

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

धारणी. घने जंगल से भरे मेलघाट वन विभाग में अभी तक सबसे बड़े सुसर्दा वन तस्करी का पर्दाफाश हुआ है. जिसमें अवैध पेड़ कटाई करने वाले एक मजदूर को धारणी दिवानी अदालत के सामने पेश किया गया. जबकि मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर मध्य प्रदेश के धारणी मार्ग की ओर एक दल रवाना किया गया है. 

एक वर्ष बाद फिर तस्करी का जाल 

गत अगस्त 2020 में सुसर्दा वनपरिक्षेत्र अंतर्गत आने वाले कोल्डाढाणा गांव के पास वनखंड़ क्रमांक 1230 मध्ये बारा पहिए के ट्रक की मदद से और अत्याधुनिक कटर मशीन की सहायता से विशाल सागौन के पेड़ की अवैध तरीके से कत्ल कर मध्यप्रदेश में तस्करी की जाती थी. इसके बाद मेलघाट समेत संपूर्ण जिले में इसकी चर्चाएं होने लगीं.

वनविभाग की नाक के नीचे ही इतनी बड़ी तस्करी करने से वनविभाग ने भी आनन-फानन में सुसर्दा वनपरिक्षेत्र के कुछ कर्मचारियों पर कार्रवाई की बौछार लगा दी. लेकिन एक वर्ष बाद 28 जुलाई को सुसर्दा वनपरिक्षेत्र में कार्रवाई के लिए सफलता हासिल हुई है. 

वनविभाग के नाम होंगे उजागर  

तस्करी का मुख्य आरोपी गोकुल रामेश्वर विष्णोई (39, मध्यप्रदेश) को पुलिस व वनविभाग का एक दल धारणी के लिए रवाना हो जाने की जानकारी सूत्रों से मिली है. वहीं दूसरी ओर तस्करी में जंगल कटाई करने वाले एक मजदूर पवन बालकृष्ण विष्णोई (26, डोमरीकला, मध्यप्रदेश) को धारणी अदालत के सामने पेश किया गया.

इस कार्रवाई से फिर एक बार सुसर्दा वनअधिकारियों का अभिनंदन किया जा रहा है. यह कार्रवाई सुसर्दा वनपरिक्षेत्र की वनपरिक्षेत्र अधिकारी शुभांगी डेहणकर के नेतृत्व में कर्मचारियों ने की. तस्करी में मुख्य आरोपी गोकुल विष्णोई के साथ कुल 10 से 12 गुनाहगारों के नाम सामने आने की संभावना जताई जा रही है. जिसमें वनविभाग के कर्मचारियों का भी समावेश होने की संभावना है.