अमरावती

Published: Mar 20, 2021 11:53 PM IST

अमरावतीदर्जनों गांव में फिर ओलावृष्टि, बेमौसम से गेहूं,प्याज़ संतरे पर कहर

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
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अमरावती. शनिवार को जिले के चांदूर बाजार तहसील, अचलपुर क्षेत्रों के दर्जनों गांवों में फिर ओलावृष्टि और बेमौसम की बारिश ने कहर बरपाया.  गेहूं, संतरा, प्याज, आम, सब्जी जैसी फसलें चौपट हो गई. पिछले तीन दिनों से जिले में बेमौसम की मार से  किसान हलकान हो गए, हैं. शिरजगांव कसबा, करजगांव, देउरवाड़ा, ब्राम्हणवाड़ा थड़ी, गौरखेड़ा, पिंपल खुटा सहित अन्य गांव में भारी नुकसान हुआ है. 

10 मिनट तक बरसे ओले

शिरजगांव कसबा. चांदूर बाजार तहसील के शिरजगांव कसबा में  शाम 5 बजे से तेज अंधड़ के साथ बारिश शुरू हुई कुछ ही देर में बेर के आकार के ओले पड़ने लगे.  इसी तहसील के शिरजगांव कसबा, ब्राम्हणवाडा, देउरवाड़ा, बहिरम, आलमपुर इन बड़े गांव के साथ अन्य छोटे छोटे गांव भी इस ओलावृष्टि व बारिश की चपेट में आए. इससे अनेक खेतों में खड़ी गेहुं की फसल सो जाने से मिट्टी में सन गई. वहीं संतरा पेड पर लगे कच्चे फल और फुल ओलों की मार से नीचे गिर गए. जिससे संतरा बगीचों में फलों के ढेर लगे. आम का भी यही हाल रहा. कई पेड भी धारशाई हुए. 

अचलपुर में भी भारी नुकसान

शाम 4.30 बजे से तहसील के धामणगाव गढी, एकलासपुर आस पास के अन्य गांव में  भी  बादलों की तेज गर्जना व अंधड़ के साथ बेमौसम की बारिश शुरू हुई. कुछ ही देर बाद चने के आकार  ओले गिरे. कुछ ही मिनटों में ओले बेर के आकार के हो गए. लगभग 15 मिनटों तक यह ओलावृष्टि रही. इस आसमानी कहर से सर्वाधिक प्याज और संतरा फसल प्रभावित हुई है. 

तहसील के कारंजा बहिरम, बोदड, खरपी,सर्फापुर, अलमपुर, देवगांव, पिंपलखुटा, गौरखेड़ा, नरसाला, धोतरखेड़ा, मल्हारा.  में भी ओलावृष्टि के कहर और बारिस से भारी नुकसान हुआ.  यहां पर चना, गेहुं व सब्जियों की फसले प्रभावित हुई. 

प्रशासन दे मुआवज

शनिवार को हुए ओलावृष्टि से किसानों का भारी नुकसान हुआ है परिसर में गेहूं, प्याज़,संतरे की फसल को भारी मात्रा में नुकसान पहुंचा है जिसका पंचनामा कर प्रशासन जल्द से जल्द किसानों को मुआवजा दें.- प्रविण खेरड़े, सरपंच शिरजगांव कसबा

शहर में भी बारिश

शाम 7 बजे के करिब अमरावती शहर में भी अंधड़ के साथ बेमौसम की बारिश हुई. इस अंधड़ व बारिश के चलते शहर के अधिकांश क्षेत्रों की बिजली गुल हो गई. सबेरे से ही बदरिला मौसम होने के चलते मौसम में ठंडक लौट आयी.