अमरावती

Published: Oct 24, 2023 12:05 AM IST

SMS chargesSMS शुल्क के नाम पर खाताधारकों की लूट, आदित्य-अनघा कोऑपरेटिव सोसाइटी के खाताधारकों में रोष

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

चांदूर बाजार (सं). स्थानीय तहसील कार्यालय समीप आदित्य-अनघा मल्टी स्टेट क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी की शाखा ने विगत  3 माह से खाताधारकों को कोई पूर्व सूचना दिए बिना उनके रिकरिंग खाते से एसएमएस के नाम पर भारी राशि काटना शुरू किया है. इस कारनामे  से हजारों खातेदार संतप्त होकर उन्होंने इस बैंक से अपने खाते बंद करने का निर्णय लिया है.

आदित्य-अनघा मल्टी स्टेट क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी में व्यापारी, आम नागरिक, तथा श्रमिकों के रिकरिंग खाते हैं शाखा प्रबंधक के अनुसार इस शाखा में कुल 2,100 के करीब खाते हैं. इसमें कुछ खाताधारक वार्षिक तो कुछ खातेदार छह माह बाद अपने खाते से  अपनी राशि निकालते हैं. इन ग्राहकों को अपनी दैनंदिन जमा पूंजी पर 6 माह में अत्य अल्प ब्याज  दिया जाता है, यह विशेष. विगत कई वर्षों से इस सोसायटी का कामकाज सुचारू रूप से चल रहा है. ग्राहकों के खाते में हुई जमा राशि तथा लेनदेन का हिसाब बैंक एसएमएस द्वारा अपने ग्राहकों को प्रदान करती है. लेकिन बैंक ने अब तक इस सुविधा के चार्ज नहीं लगाए थे. लेकिन विगत तीन माह से रोजाना रु.100 रिकरिंग रखने वाले ग्राहकों को खाते से 6 माह में रु.25 कटौती की गई है.

वहीं एसएमएस के 12 रुपए चार्ज लगाए गए हैं. यह राशि खातेदारों के खाते से सीधी काटी गई है. जबकि रोजाना कलेक्शन  करने वाले एजेंट को 4.5 / प्रतिशत कमीशन दिया जाता है. फिर एसएमएस चार्ज का बोझ खातेदार को पर क्यों लादा जा रहा है, ऐसा सवाल अब इस बैंक के खाताधारक कर रहे हैं. जिन खाता धारकों को बैंक जमा राशि के बदले में ब्याज देती है. उन्हें एसएमएस चार्ज लगाए गए तो ठीक है. लेकिन छोटी आय वाले ग्राहकों जो रोजाना रु.100 रु50 रू प्रतिदिन जमा कर 6 माह बाद अपने राशि निकालकर छोटे व्यापारी, श्रमिक, अपनी जीवन उपयोगी वस्तुएं खरीदते हैं. अपने सपने पूरे करने का प्रयास करते हैं. ऐसे छोटे ग्राहकों से एसएमएस के नाम पर कटौती अब खातेदारों का चर्चा का विषय बना है.

1 अप्रैल 2023 से कटौती शुरू की

बैंक ने 1 अप्रैल 2023 से कटौती शुरू की है. आदित्य-अनघा मल्टी स्टेट क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी प्रबंधन ने 1 अप्रैल 2023 से एसएमएस चार्ज कटौती करने का निर्णय लिया है. उसके अनुसार खाताधारकों से चार्ज लिया जा रहा है. कुछ एजेंट यह चार्ज खुद भरते हैं जो एजेंट यह चार्ज नहीं भरते उनके ग्राहकों के खातो से यह राशि काटी जाती है.

-अतुल तायवाडे, शाखा प्रबंधक