अमरावती

Published: Oct 23, 2021 11:12 PM IST

Fuel Priceघोडे पर सवार होकर शाला पहुंचा मेलघाट का छात्र, महंगाई के इस दौर में नया जुगाड

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

धारणी. वैसे तो शिक्षा लेने के लिए छात्रों को महंगी मोटरसाइकिलो से कॉलेज और पाठशालाओं में जाते हुए देखा जाता है. लेकिन कुछ ऐसे भी ग्रामीण है जहां पर शिक्षा लेने के लिए छात्र आज भी है साइकिल का सहारा लेते हैं. कुछ ऐसे भी है जो पैदल चल जाते है. लेकिन धारणी तहसील की कलमखार स्थित जिला परिषद शाला व कनिष्ठ महाविद्यालय का सातवीं कक्षा का छात्र घोड़े पर सवार होकर अपनी पाठशाला में पहुंच रहा है. दुर्गम गांव की समस्याएं और महंगाई के इस दौर में इस नए जुगाड की प्रशंसा की जा रही है.

एचएम से ली अनुमति

कोरोना महामारी के चलते बंद सभी पाठशालाएं हाल ही में शुरू की गई. कलमखार में सातवीं कक्षा का छात्र अभिषेक संतोष मांजरेवार शाला से 10 किलोमीटर की दूरी पर बेरदा गाव में रहता है. जहां से यह छात्र साइकिल से पाठशाला पहुंचता था. लेकिन बार-बार साइकिल पंचर होना तथा बारिश की दिक्कतों के चलते अभिषेक के पिता ने मुख्याध्यापक रमेश नांदुरकर से अपने बच्चे को घोड़े पर पाठशाला आने की अनुमति मांगी.

बीते 10 दिनों से अभिषेक  रोजाना घोड़े पर सवार होकर पाठशाला पहुंच रहा है. यदि शिक्षा की जिद्द हो तो छात्र किसी भी साधन से अपनी पाठशाला तक पहुंच जा सकता है, यह कारनामा संतोष ने कर दिखाया है. इस महंगाई के दौर में घोड़े पर सवार होकर कलमखार पहुंच रहे इस छात्र की शिक्षा की लगन को प्रेरित करने के लिए शिक्षक युवराज, बिरादर और कदम का विशेष योगदान रहा है.