अमरावती

Published: May 22, 2020 11:09 PM IST

अमरावतीकुप्रबंधन : थ्रोट स्वैब लेने घंटों की प्रतीक्षा, परेशान हैं नागरिक

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

अमरावती. देश-दुनिया की अर्थ व्यवस्था को चौपट करने वाले कोरोना ने अमरावती में अब तक 14 लोगों को मौत की नींद सुला दिया है. संक्रमण और भी बढ़ता जा रहा है, फिर भी नागरिक गंभीर नहीं है. स्वास्थ्य विभाग के कुछ डाक्टरों की अक्षम्य लापरवाही से भी संक्रमण बढ़ने का आरोप हो रहा है. थ्रोट स्वेब के लिए लोगों को घंटों इंतजार करवाया जा रहा है. कोरोना का प्रभाव रोकने बनाये जा रहे कंटेनमेंट जोन में पुलिस, स्वास्थ्य, महानगरपालिका और शिक्षा विभाग ड्यूटी से बचने के लिये क्वारंटाइन का सिक्का लगवा रहे हैं. यह तथ्य सामने आने से जिला प्रशासन भी अवाक है.

लोग भी नहीं कर रहे सहयोग
नाम नहीं छापने की शर्त पर एक शिक्षक ने बताया कि कई बार नागरिक सहयोग नहीं करते, सेवा देने जाने पर उनके साथ गालीगलौज तक की जाती है. कंटेनमेंट जोन में ड्यूटी लगने के कारण उसने हाथ पर क्वारंटाइन का सिक्का लगवा लिया. जिससे ड्यूटी करने से उसे राहत मिली. ऐसा केवल वह अकेला नहीं कर रहा. कई कर्मचारी इस तरह ड्यूटी से बचने के लिए मुहर लगवा रहे हैं. मसानगंज जैसे क्षेत्र में लोगों की लापरवाही भी भारी पड़ रही है. सुबह 5 बजे से सब्जी, फलों की दूकानें शुरू रखी जाने के साथ ही इस क्षेत्र की कई अनाज की दूकानें अब भी चोरी-छिपे शुरू हैं. हालांकि मनपा प्रशासन कार्रवाई कर रहा है. लेकिन लोग बाज नहीं आ रहे हैं.

पर्ची थमाकर बैरंग लौटा रहे
सुपर स्पेशालिटी हास्पीटल परिसर में दस्ताने, मास्क खुले में पड़े हैं. थ्रोट स्वैब के लिए लोगों को कई-कई घंटे बैठाकर रखा जा रहा है. उनके साथ अपमानजनक बर्ताव किए जाने से कई लोग घबराकर घर लौट जाने की घटनाएं भी सामने आई है. जिला सरकारी अस्पताल, बडनेरा के मोदी अस्पताल के कई अधिकारी-कर्मचारी जांच के नाम पर केवल लोगों को पर्ची पकड़ा रहे है. जबकि कई आम लोग मोटी रकम की लालच में यात्रियों को इधर से उधर ले जा रहे है. वहीं कंटेनमेंट जोन में चोरी छिपे सब्जी, डेयरी, नाश्ता आदि चलाए जा रहे है. जो जनस्वास्थ के लिए घातक साबित हो रहे है.