अमरावती

Published: Jun 21, 2020 07:50 PM IST

कोरोना 400 का मास्क खरीदने के लिए सख्ती, पूर्व पार्षद नावंदर की जिलाधिकारी से शिकायत नवभारत ब्यूरो

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

अमरावती. राज्य सरकार द्वारा स्कूल खोलने का निर्णय लिया गया लेकिन स्पष्ट नियम और सूचनाये नहीं रहने से नियमों का पालन कैसे होगा इस पर पालक चिंतित हैं. वहीं दूसरी ओर सीबीएससी स्कूलों द्वारा किताबें, स्टेशनरी, ड्रेस आदि के साथ अब स्कूल से ही मास्क खरीदने की सख्ती की जा रही है. बच्चों की सेफ्टी के लिए 400 रुपयों का मास्क खरीदने का नियम स्कूल द्वारा लगाये जाने की शिकायत पूर्व पार्षद रश्मी नावंदर ने जिलाधिकारी व शिक्षणाधिकारी से की है.

शिक्षा संस्थाओं की मनमानी 
ऑनलाइन भेजी गई शिकायत में नावंदर ने बताया कि स्कूल अब शिक्षा के लिए नहीं व्यवसाय के रूप में खड़े हो रहे हैं. कई स्कूलों में मास्क पर भी स्कूल का नाम लिखे जाने से उसके दाम 400 तक पहुंच चुके है. जब ऑनलाइन शिक्षा है तो यूनिफार्म, किताबे, मास्क लेने में कंपलसरी क्यों किया जा रहा है. अभिभावक बच्चों की शिक्षा देखे या आर्थिक स्थिति इससे चिंतित है. 

बढ़ाई गई स्कूल फीस
शिक्षा विभाग गहरी निंद में है. इस वर्ष कोरोना के बावजूद स्कूलों द्वारा फीस बढ़ाने का निर्णय वापस नहीं लिया है. कई सीबीएसई स्कूलों ने अभिभावकों को मैसेज भेजकर फीस अदा करने को कहा है. शासन आदेश की धज्जियां उड़ाई जा रही है.

जागो पैरेंट्स का नारा
स्कूले शुरू भी नहीं हुई, बच्चों की सुरक्षा का भी पता नहीं है. फिर भी फीस भरने के मैसेज भेजे जा रहे हैं. शिक्षा विभाग निंद में है. अब अभिभावकों ने प्रशासन व शिक्षा विभाग के भरोसे न बैठते हुए, जागो पैरेंट्स जागो का नारा लगाना चाहिए.

-रश्मी नावंदर, पूर्व पार्षद