अमरावती

Published: Dec 18, 2021 11:51 PM IST

ST Strike41 दिनों से जारी एसटी कर्मियों की हड़ताल, पथ नाटिका के माध्यम बयां की व्यथा

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

अमरावती. राज्य सरकार में विलय की मांग को लेकर एसटी कर्मचारी पिछले 41 दिनों से हड़ताल पर हैं. राज्य परिवहन निगम की एसटी सिर्फ एक बस नहीं बल्कि कई यात्रियों की लाइफलाइन है. इस लाइफ लाइन ने हमेशा कर्मचारियों और यात्रियों के बीच समन्वय स्थापित करने का प्रयास किया है. लेकिन हडताल के कारण आम यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड रहा है. शनिवार को एसटी निगम के कर्मचारियों ने पथ नाटिका के माध्यम से अपनी व्यथा सभी के समक्ष रखी. 

बस स्टैंड स्थित आंदोलन मंडप में प्रदर्शन

हड़ताल के 41वें दिन तक सरकार द्वारा कोई सकारात्मक पहल नहीं किये जाने पर शनिवार को आंदोलन के अगले चरण के तहत अमरावती बस स्टैंड स्थित आंदोलन मंडप में कार्यकर्ताओं ने पथ नाटक किया. जिसमें सतीश कडू, रोशनी राठौड़, सुनंदा सरोदे, शुभांगी होले ने भूमिका निभाई. इसके अलावा प्रफुल्ल सावंत और संजय मालवीय ने ढोलकी पर विशेष सहयोग दिया.

पथ नाटक में एसटी कर्मचारियों ने एसटी बस, जिसे ‘लालपरी’ के नाम से भी जाना जाता है, को ‘माता’ के रूप में चित्रित किया और यात्रियों और कर्मचारियों के मन में उठे सवालों का जवाब देने की कोशिश की. इन सवालों के जरिए कर्मचारियों के मन में उठ रहे विभिन्न सवालों को सुलझाने का प्रयास किया गया. लालपरी माता की भूमिका निभाने वाली रोशनी राठौड़ ने अपने प्रदर्शन से दर्शकों का दिल जीता. डिपो के प्रांगण से गुजरने वाले यात्री पथ नाटक देखने के लिए मंडप की ओर मुड़ते देखे गए.