महाराष्ट्र
Published: Jun 17, 2021 11:22 AM ISTAntilia-Hiren CaseNIA ने पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा को किया 'अरेस्ट', घर पर भी हो रही छापेमारी
मुंबई. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने उद्योगपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के आवास के पास एक वाहन में विस्फोटक रखा हुए पाए जाने और कारोबारी मनसुख हिरेन (Mansukh Hiren) की हत्या के मामले की जांच के संबंध में बृहस्पतिवार को सुबह यहां उपनगर अंधेरी में पूर्व ‘मुठभेड़ विशेषज्ञ’ पुलिस अधिकारी प्रदीप शर्मा (Pradeep Sharma) के आवास पर छापा मारा।यह भी खबर है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने प्रदीप शर्मा को हिरासत में ले लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि प्रदीप शर्मा एनआईए के रडार पर काफी समय से चल रहे थे, लेकिन जांच एजेंसी के पास प्रदीप शर्मा के खिलाफ पूख्ता सबूत नहीं थे। अब एनआईए के पास ठोस सबूत मिले हैं ।
एक अधिकारी ने बताया कि एनआईए की टीम ने सीआरपीएफ कर्मियों के साथ सुबह करीब छह बजे अंधेरी पश्चिम में जे बी नगर में स्थित शर्मा के आवास पर छापा मारा। तलाशी चल रही है। सूत्रों के मुताबिक, एनआईए की टीम मामले के संबंध में शर्मा से पूछताछ भी कर रही है। शर्मा जिस इमारत में रहते हैं वहां तक जाने वाली सड़कों को केंद्रीय सुरक्षा बलों ने घेर लिया है और इलाके में लोगों की आवाजाही पर पाबंदी है। छापे की सूचना मिलने के बाद मुंबई पुलिस ने भी घटनास्थल पर अपने कर्मियों को तैनात किया है। इससे पहले एनआईए ने जांच के संबंध में दक्षिण मुंबई में अपने कार्यालय में दो दिनों तक शर्मा से पूछताछ की थी।
केंद्रीय जांच एजेंसी ने पहले मामले में संलिप्तता को लेका पूर्व पुलिस अधिकारी सचिन वाजे, रियाजुद्दीन काजी, सुनील माने, पूर्व पुलिस कांस्टेबल विनायक शिंदे और क्रिकेट सटोरिये नरेश गौड़ को गिरफ्तार किया था। उसने हाल ही में इस सिलसिले में संतोष शेलार और आनंद जाधव को गिरफ्तार किया था। एनआईए ने कहा कि दोनों व्यक्ति कारोबारी मुकेश अंबानी के आवास के समीप उस एसयूवी को खड़ी करने की साजिश में कथित तौर पर शामिल थे जिसमें विस्फोटक सामग्री रखी हुई थी।
अंबानी के दक्षिण मुंबई में स्थित आवास ‘एंटीलिया’ के पास इस साल 25 फरवरी को एसयूवी खड़ी पायी गयी थी। वाहन में विस्फोटक रखा था। इस गाड़ी के मालिक ठाणे के कारोबारी मनसुख हिरेन पांच मार्च को मुंबई क्रीक में मृत पाए गए थे। पहले इन दोनों मामलों की जांच महाराष्ट्र पुलिस कर रही थी लेकिन बाद में इन्हें एनआईए को सौंप दिया गया।