औरंगाबाद

Published: Jun 04, 2022 10:08 PM IST

Aurangabad औरंगाबाद में सैकड़ों अवैध नल कनेक्शनों पर हुई कार्रवाई

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

औरंगाबाद: जो काम सालों से औरंगाबाद (Aurangabad) के महानगरपालिका अधिकारी नहीं कर पा रहे थे, वह काम 6 माह पूर्व राज्य सरकार की ओर से औरंगाबाद महानगरपालिका (Aurangabad Municipal Corporation) के मुख्य लेखाधिकारी पद पर भेजे गए संतोष वाहुले ने करते हुए शहर के बेगमपुरा परिसर में सैकड़ों अवैध नल कनेक्शनों (Illegal Tap Connection) पर कार्रवाई की। नागरिकों के कड़े विरोध के बावजूद संतोष वाहुले के नेतृत्व में अवैध नल कनेक्शन तोड़ने की मुहिम दिन भर जारी थी। इस मुहिम के प्रथम दिन करीब 200 अवैध नल कनेक्शन तोड़े गए।

गौरतलब है कि ग्रीष्मकालीन मौसम शुरु होते ही शहर कई इलाकों में  पेयजल किल्लत बड़े पैमोन पर महसूस होनी लगी थी। शहर को पेयजल आपूर्ति करनेवाला जायकवाडी बांध पानी से लबालब होने के बावजूद पाइपलाइन काफी पुरानी होने से पेयजल किल्लत ने उग्र रुप धारण किया है। इस मामले को हल करने के लिए महानगरपालिका प्रशासन ने अवैध नल कनेक्शन तोडऩे की मुहिम हाथ में ली। 

एक विशेष दल का गठन 

महानगरपालिका कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडेय ने यह जिम्मा महानगरपालिका में 6 माह पूर्व मुख्य लेखाधिकारी का पदभार संभाले संतोष वाहुले पर सौंपा। उनके नेतृत्व में एक विशेष दल का गठन किया गया। गत सप्ताह वाहुले ने शहर में सबसे अधिक पेयजल किल्लत वाले बेगमपुरा और पहाडसिंह  पुरा कर दौरा किया, तब उन्हें पेयजल करनेवाले मुख्य पाइप लाइन पर सैकड़ों अवैध नल कनेक्शन दिखाए दिए। उन्होंने तत्काल उन अवैध नल कनेक्शन तोडऩे की मुहिम हाथ में लेने का निर्णय लिया था, लेकिन पुलिस बंदोबस्त न मिलने से यह मुहिम कई दिनों तक टली।

विरोध के बावजूद कामयाब रही मुहिम 

महानगरपालिका का विशेष दस्ता और पुलिस कर्मचारी बेगमपुरा परिसर में अवैध नल कनेक्शन तोडऩे के लिए बेगमपुरा परिसर में पहुंचने पर परिसर के महिलाओं और नागरिकों ने जोरदार विरोध शुरु किया। कुछ महिलाएं जेसीबी के सामने आ खडी हुई। जिससे वहां तनाव  की स्थिति निर्माण हुई थी। इस तनाव के बीच मुख्य लेखाधिकारी संतोष वाहुले और पुलिस कर्मचारियों ने नागरिकों को समझाया कि वे अपने अवैध नल कनेक्शन वैध करा लें, वरना उन पर कानूनी कार्रवाई होगी। काफी देर समझाने के बावजूद महिलाएं नल कनेक्शन तोडऩे की मुहिम में बार-बार बाधा डालने का प्रयास कर रही थी। जब पुलिस ने इस मामले में सख्ती बरतते ही महिलाओं का विरोध शांत हुआ। उसके बाद महानगरपालिका के कर्मचारियों ने जेसीबी की सहायता से करीब 200 अवैध नल कनेक्शन को कट किया। महानगरपालिका अधिकारियों का कहना है कि सैकड़ों लोगों ने अवैध नल कनेक्शन लेने से परिसर के पहाडसिंगपुरा में स्थित पानी की टंकी नहीं भर पा रही थी, बल्कि परिसर के मुख्य लाइन से  दिन भर इन लोगों को पानी मिलता था। 

अवैध नल कनेक्शन को  वैध करा ले नागरिक 

उधर, इस मुहिम के प्रमुख संतोष वाहुले ने बताया कि महानगरपालिका द्वारा अवैध नल कनेक्शन मुहिम तोडऩे की मुहिम शुरु की गई है। जिन लोगों ने अवैध नल कनेक्शन लिए है, वे अपने नल कनेक्शन वैध करा लें। उन्होंने बताया कि मुहिम के दौरान अवैध नल कनेक्शन वैध कराने के लिए आवेदन भी साथ रखें गए थे। इधर, इस मुहिम के बाद यह साफ हुआ है कि गत 10 सालों में कई बार अवैध नल कनेक्शन तोडऩे की मुहिम चलाने का निर्णय महानगरपालिका प्रशासन द्वारा लिया गया, परंतु महानगरपालिका के किसी भी अधिकारी ने यह मुहिम शुरु करने की हिम्मत नहीं दिखाई, लेकिन 6 माह पूर्व मुख्य लेखाधिकारी का पदभार संभाले संतोष वाहुले ने यह मुहिम शुरु कर शहर के अवैध नल कनेक्शन धारकों में नींद हराम की है।