औरंगाबाद

Published: Jun 16, 2021 10:50 PM IST

Investmentफ्रांस की टोटल एनर्जी औरंगाबाद में करेगी निवेश!

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

औरंगाबाद. फ्रांस (France) के एनर्जी सेक्टर (Energy Sector) की दिग्गज कंपनी गैस एंड पॉवर बिजनेस सर्विसेज एसएएस (टोटल) औरंगाबाद तथा मराठवाडा में निवेश (Investment) करने के प्रयासों में जूटी है। इस उद्देश्य से टोटल के आला अधिकारियों ने औरंगाबाद महानगरपालिका कमिश्नर तथा औरंगाबाद स्मार्ट सिटी टीम से बुधवार को ऑनलाइन बैठक की। 

महाराष्ट्र के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे के सूचना पर टोटल कंपनी के अधिकारियों ने इनवेस्ट इंडिय़ा के माध्यम से औरंगाबाद स्मार्ट सिटी से संपर्क साधा था। औरंगाबाद परिसर के जैव-ऊर्जा प्रकल्प में निवेश करने पर टोटल कंपनी विचार कर रही है। बैठक में मनपा कमिश्नर तथा स्मार्ट सिटी के सीईओ आस्तिक कुमार पांडेय, स्मार्ट सिटी के अधिकारी आदित्य तिवारी, टोटल एनर्जी के अधिकारी ज्यूल डिऔर, अदानी ग्रुप के ग्रीन एनर्जी लि. के प्रताप मोंगा तथा इन्वेस्ट इंडिया के वेदांत राज ऑनलाइन बैठक में उपस्थित थे। बैठक में हुई चर्चा के दरमियान औरंगाबाद स्मार्ट सिटी ने इंडो-फ्रेंच संबंध पर प्रकाश डाला। 1653 में फ्रेंच यात्री  तथा हीरा व्यापारी टैविएनर औरंगाबाद के दौरे पर आए थे। तब उन्होंने बीबी के मकबरा के निर्माण के लिए इस्तेमाल की जानेवाली संगेमरमर की यातायात करीब से देखी थी। औरंगाबाद की वैश्विक संस्कृति से वे आश्चर्य चकित हुए थे। भारत तथा फ्रान्स की रणनीतिक हिस्सेदारी, ऊर्जा संबंध एवं  सांस्कृतिक संबंध पर ऑनलाइन बैठक में विस्तार से चर्चा हुई। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत तथा फ्रान्स एकत्रित रुप से संयुक्त राष्ट्र के बाद सौर गुट में नेतृत्व करते है। 

औरंगाबाद ग्रामीण और शहर की कनेक्टविटी आसान 

मनपा कमिश्नर पांडेय ने कहा कि औरंगाबाद ग्रामीण व शहर की कनेक्टविटी आसान है। औरंगाबाद व मराठवाडा परिसर में हमेशा आकाल जैसी परिस्थिति के चलते खेती करनेवाले लोग बड़े पैमाने पशुधन पर निर्भर है।  पांडेय ने कहा कि ग्रीष्मकालीन मौसम में मराठवाड़ा के अलग-अलग परिसर में चारा छावनियां शुरु की जाती है। यह छावनियां जैव ऊर्जा उत्पादन के लिए बायोमास का बेहतर स्त्रोत साबित हो सकते है। पांडेय ने कहा कि जैव ऊर्जा वायु प्रदूषण कम करने के लिए बड़े पैमाने पर मदद कर सकते है क्योंकि जैव ऊर्जा उत्पादन के लिए पुआल व अन्य बायोमास यह खेती का अवशेष कच्चा माल के रुप में इस्तेमाल किया जा सकता। मनपा तथा औरंगाबाद स्मार्ट सिटी ने पेश की जानकारी पर कुल निवेश के लिए सकारात्मक संकेत देते हुए टोटल एनर्जी के प्रतिनिधियों ने कच्चे माल के  उपलब्धता के बारे में अधिक जानकारी मांगी है।