औरंगाबाद

Published: Apr 08, 2023 04:46 PM IST

Chhatrapati Sambhajinagarजानें क्यों छत्रपति संभाजीनगर के पुलिस कमिश्नर हुए सख्त, कही ये बड़ी बात, यहां पढ़ें पूरी जानकारी

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

छत्रपति संभाजीनगर: बीते कुछ दिनों से शहर में शांति भंग करनेवाले भड़काऊ पोस्ट सोशल मीडिया (Social Media) पर उसका असर जाने बिना बड़ी संख्या में लोग पोस्ट कर रहे हैं। ऐसे लोग भड़काऊ पोस्ट सोशल मीडिया पर पोस्ट (Post) करने से बाज आएं, वरना पुलिस (Police) द्वारा ऐसे लोगों पर आईटी एक्ट ( IT Act) के तहत मामला दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह चेतावनी शहर के पुलिस कमिश्नर डॉ. निखिल गुप्ता (Police Commissioner Dr. Nikhil Gupta) ने दी हैं।

उन्होंने बताया कि भड़काऊ पोस्ट करने वालों के साथ-साथ ग्रुप एडमिन के खिलाफ उक्त पोस्ट डिलीट न करवाने पर पुलिस आईटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज करेंगी। उन्होंने शहरवासियों से अपील करते हुए कहा कि वे कोई भी भड़काऊ संदेश पोस्ट न करें। जिससे अन्य धर्मे, समुदाय या समूह/व्यक्तितयों की भावनाओं को ठेस पहुंचे। 

…तो पुलिस करेगी सख्त कार्रवाई

सीपी ने कहा कि बीते कुछ दिनों से शहर में हालत नाजुक है। ऐसे में भड़काऊ संदेश मौजूद हालत को और नाजुक बनाता है। शहर में शांति बनाए रखना हम सबका काम हैं। नागरिकों की मदद से पुलिस भी शहर में शांति बनाए रखने में कारगर भूमिका निभा सकती है। उन्होंने शहरवासियों से अपील की कि शहर में शांति बनाए रखने के लिए शहरवासी भी पुलिस विभाग को सहयोग करें और भड़काऊ पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल ना करें। जो लोग इस तरह की हरकत करते पाएं जाएंगे, उनके खिलाफ अब पुलिस सख्त कार्रवाई करेंगी।

पुलिस को उठाने होंगे सख्त कदम 

उधर, सोशल मीडिया पर गत एक पखवाड़े से लगातार भड़काऊ पोस्ट करने का सिलसिला जारी है। पुलिस ने समय रहते अगर कड़े कदम नहीं उठाए तो शहर में हालत कभी भी बिगड़ सकते हैं। ऐसे में शहर के सीपी डॉ. निखिल गुप्ता और उनके अधिकारियों को सख्त कदम उठाने होंगे। जो लोग पोस्ट कर रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए। वैसे, तो पुलिस हमेशा इस तरह की चेतावनी देती रहती है, परंतु जब तक उस पर एक्शन नहीं करेंगी, तब तक लोग भड़काऊ पोस्ट करने से बाज नहीं आएंगे। आज कल पुलिस पर जन प्रतिनिधियों का बड़े पैमाने दबाव होने की चर्चा है। ऐसे में पुलिस अधिकारियों ने किसी के दबाव में न आते हुए सख्त कार्रवाई की तो शहर में शांति बनी रहेंगी।

औरंगाबाद के नाम बदलने का हो रहा विरोध

गौरतलब है कि औरंगाबाद के नामांतर के बाद सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने का सिलसिला लगातार जारी है। नामांतर को लेकर सांसद जलील के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय के सामने गत माह आंदोलन शुरु किया गया था। यह आंदोलन 14 दिन चला। इधर, नामांतर के समर्थन में सकल हिंदु समाज के बैनर तले एक मोर्चा शहर में निकाला गया। इस मोर्च में कुछ कट्टर हिंदुवादी नेताओं ने पहुंचकर शहर में माहौल खराब करने वाले बयान दिए। यह मामला शांत हुआ ही था कि गत सप्ताह शहर के किराडपुरा परिसर में राम नवमी की पूर्व रात दंगा हुआ। इस दंगे में पुलिस के वाहनों को आग के हवाले किया गया। इस घटना के बाद से सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने का सिलसिला लगातार जारी है। लोकसभा और विधानसभा चुनाव करीब हैं। चुनाव में अपनी साख बचाए रखने, बल्कि लोगों में दहशत बनाकर अपने पार्टी को वोट बटोरने के लिए सारा खेल सभी दलों के नेताओं द्वारा इन दिनों जारी है। ऐसे में शहर में हालत बिगड़ते है तो इसका सबसे अधिक खामियाजा शहर के आम नागरिकों को उठाना पड़ेगा।