औरंगाबाद

Published: Oct 21, 2022 09:26 PM IST

Aurangabad दिसंबर में राज्य खेल महोत्सव का आयोजन: डॉ. प्रमोद येवले

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

औरंगाबाद: राज्य खेल महोत्सव (State Sports Festival) से पहले विश्वविद्यालय क्षेत्र के चारों जिलों में माहौल बनाने के लिए मशाल रैली निकाली जाएगी, यह जानकारी डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर मराठवाडा विश्वविद्यालय (Dr Babasaheb Ambedkar Marathwada University) के कुलगुरु डॉ. प्रमोद येवले ( Dr. Pramod Yewale) ने दी। डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय द्वारा  4 से 7 दिसंबर तक महाराष्ट्र राज्य खेल महोत्सव का आयोजन किया गया है। 

महाराष्ट्र के राज्यपाल और चांसलर भगतसिंह कोश्यारी ने डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय को राज्य खेल महोत्सव के मेजबान का खिताब दिया है। यह महोत्सव 4 से 7 दिसंबर तक चलेगा और इसमें राज्य के 20 विश्वविद्यालयों के लगभग 2400 एथलीट भाग लेंगे। इसी पृष्ठभूमि में शुक्रवार (21 तारीख) को कुलपति डॉ. प्रमोद येवले की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। बैठक में कुलाधिपति डॉ. श्याम शिरसाठ,  कुलसचिव डॉ. भगवान साखले, वित्त एवं लेखा अधिकारी प्रदीप कुमार जाधव, खेल निदेशक डॉ. दयानंद कांबले, जिला खेल अधिकारी चंद्रशेखर घुगे प्रमुख रूप से उपस्थित थे। 

 खिलाड़ियों की रैली होगी

इस मौके पर कुलगुरु डॉ. प्रमोद येवले ने कहा कि तुलजापुर और औरंगाबाद के बीच खिलाड़ियों की रैली होगी, इस यात्रा में चारों जिलों के खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। टूर्नामेंट के उद्घाटन के लिए ओलंपिक एथलीटों को लाया जाएगा। इस अवसर पर कुलगुरु डॉ. येवले  ने कहा कि भारत की आजादी का 75वां वर्ष इस वर्ष मनाया जा रहा है और यह हैदराबाद मुक्ति संग्राम का 75वां वर्ष भी है और यह खुशी की बात है कि हमें इस वर्ष मेजबान की उपाधि मिली। महोत्सव के मौके पर विश्वविद्यालय को खेलकूद और गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचा मुहैया कराने का प्रयास किया जाएगा। 

महोत्सव में होंगी कई प्रतियोगिताएं

कुलगुरु डॉ. येवले ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन उत्सव को यादगार बनाने के लिए प्रयास कर रहा है। इस महोत्सव में खो-खो, कबड्डी, बास्केटबॉल, वॉलीबॉल और एथलेटिक्स प्रतियोगिताएं होंगी। बैठक में पूर्व निदेशक डॉ. उदय डोंगरे, डॉ. संदीप जगताप, डॉ. चंद्रजीत जाधव, डॉ. विशाल देशपांडे, डॉ. अप्पासाहेब मस्के, डॉ. गोविंद कदम, डॉ. दिनेश वंजारे, डॉ. मकरंद जोशी, डॉ. एस.एम. शेख, डॉ. संभाजी वाघमारे, डॉ. वसंत ज़ेंडे आदि ने सुझाव दिया।