भंडारा

Published: Aug 04, 2021 10:16 PM IST

Cyber Crimeकहीं आप साइबर अपराधी के निशाने पर तो नहीं...?

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

भंडारा. कोरोना काल में घर पर रहने तथा हाथ में काम न होने की स्थिति से जूझते हुए लोगों को अगर एटीएम से पैसे निकालने की जरूरत पड़ जाए तो वहां भी उन्हें खास सावधानी बरतनी होगी. एटीएम पर साइबर अपराध से जुड़े लोगों की पैनी नज़र लगी हुई है और जरा सी गलती होने पर किसी भी खातेदार की पूरी रकम उड़ा दी जाए और खातेदार को इसकी जरा सी भी भनक नहीं लगेगी.

पिछले कुछ दिनों से खाते से अचानक पैसे गायब होने की शिकायतें मिल रही हैं. एटीएम पर खातेदारों की भीड़ भी उमड़ रही है, इस कारण साइबर अपराध के जुड़े लोग भी सक्रिय हो गए हैं. हर खातेदार को इन दिनों विशेष सर्तकता बरतते हुए इस बात का विशेष ध्यान रखना है कि कहीं आप साइबर आपराधी के निशाने पर तो नहीं है. जिले भर के हर एटीएम में कई बार खातेदारों की लंबी कतारे लगी होने के कारण एक खातेदार के साथ कई लोग एटीएम में प्रवेश करते है. 

एटीएम में एक खातेदार के साथ प्रवेश करने वाला व्यक्ति कहीं साइबर क्राइम से तो नहीं जुड़ा हुआ है, इस बारे में सोचा जाना जरुरी है. एटीएम केंद्र में तैनात सुरक्षा रक्षक की मदद से खातेदार पैसे निकालते हैं. अगर सुरक्षा रक्षक की मदद से पैसे निकालते समय कहीं किसी साइबर क्राइन से जुड़े किसी व्यक्ति की नज़र को आप पर तो नहीं इस बात पर भी गंभीरता से सोचा जाना जरूरी हो गया है.

एटीएम की भीड़ का लाभ उठाकर कहीं कोई साइबर गुनाह आप के खाते से पूरी धनराशि गायब करने के काम में तो नहीं लगा है. पैसे निकालते समय किसी ग्राहक के पास वर्ड जरिए धोखाधड़ी कभी भी किसी भी एटीएम से पैसे निकालने वाले ग्राहक के साथ हो सकती है. एटीएम से पैसे निकालते समय मैं अकेला ही हूं, इस बात की पूरी तरह से पुष्टि करना जरूरी है. 

एटीएम में एक ग्राहक पैसे निकाल रहा हो तो उसका पासवर्ड (पिनकोड) दूसरे की नज़र में न आए, इस बात की पूरी खबरदारी रखनी जरूरी है. पैसे निकालने के बाद अपने कार्ड का पिन नंबर बदलना बहुत जरूरी है. एटीएम की कतार में खड़े रहते वक्त इस बात पर लगातार ध्यान रखना चाहिए कि कहीं कोई संदिग्ध व्यक्ति तो नहीं है.

अगर इस तरह की सावधानी नहीं बरती गई तो साइबर गुनाहगारों की ठघी का शिकार होने वालों की सूची में अगल नाम आपका भी हो सकता है. पैसे निकालते समय बेहद सावधानी बरती चाहिए क्योंकि जब एटीएम केंद्र साइबर गुनाहगारों की नज़र में है तो कोई भी ग्राहक कभी भी साइबर गुनाहगारों की चपेट में आ सकता है और उसे बैंक खाते में जमा राशि पल भर में किसी दूसरे के खाते में चली जाएगी तो उस वक्त पछतावे के आलावा कुछ हाथ नहीं लगेगा.