भंडारा

Published: Dec 30, 2020 02:15 AM IST

भंडाराफूल व सब्जी फसल का बंपर उत्पादन

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

पालांदूर. कृषि को हमेशा ही घाटे की खेती कहा जा रहा है, कभी बाढ़ तो कभी प्राकृतिक आपदा से किसान परेशान होते है. किंतु अब किसान पारंपारिक खेती को त्यागकर आधुनिक खेती करने की ओर रूख कर रहे हैं. लाखनी तहसील के पालांदूर में चुनिंदा किसानों ने पारंपारिक खेती की ओर अनदेखी करते हुए सब्जियों की फसलों पर ध्यान केंद्रित किया है. कुछ एक एकड़ में सब्जियां उगा रहे हैं.

कुछ डेढ़ एकड़ एवं कुछ 4 एकड़ में सब्जी उत्पादन ले रहे हैं. इसमें खर्च घटाकर उन्होंने लाखों कमाए है. कुछ बैंगन व मिर्च की खेती करते हैं, जबकि कुछ बैंगन, गोभी व इंटरक्रॉप की खेती करते है. कुछ लोग गाजर, भिंडी, चौलाई की खेती करते हैं. जबकि कुछ फूलों की खेती करते है. इससें खर्चों में कटौती के बाद भी उन्हें लाखों मिल रहे हैं.

लाखनी तहसील में पालांदूर के स्वप्निल नंदनवार पैतृक कृषि भूमि के मालिक है. कुछ अलग करने का दृढ़ संकल्प सफलता अवश्य दिलाता है. पहले वर्ष में उन्होंने एक एकड़ में सब्जियां लगाईं, किंतु जितना वे चाहते थे उतनी फसल नहीं हुई, किंतु इस वर्ष उन्होंने सब्जियों व फूलों की खेती करके केवल 4 महीनों में 9.5 लाख रुपये का मुनाफा कमाया है.

पालांदूर के टीकाराम भुसारी, सतीश भुसारी, मोहन लांजेवार, पुष्पराज भुसारी इन किसानों ने अपने अपने खेतों में साग-सब्जी फसल का अधिक उत्पादन कमाया. अपने खेत में सब्जी की फसल पैदा करके इन किसानों ने कम पानी के साथ कम दिनों में लाखों रुपये खर्च किए है. 

सीधे बाजार में माल की बिक्री

स्वप्निल नंदनवार अपना कृषि उत्पाद सीधे बाजार में बेचते हैं. इसलिए उन्हें बाजार मूल्य का अच्छा अनुभव है. वह हमेशा प्रत्येक माल की कीमत का अध्ययन करके फसल का चयन करते हैं. 

सब्जी उत्पादन से लाखों की कमाई

किसान स्वप्निल नंदनवार ने बताया कि उचित जल प्रबंधन से किसान सब्जी उत्पादन से लाखों कमा सकते है. सब्जियों की हमेशा मांग होती है. यह योजना बनाना व खेती करना फायदेमंद है कि बाजार में किन सब्जियों की मांग होगी.