भंडारा

Published: Aug 11, 2020 11:51 PM IST

उदासीनपालतु कुत्ते को टीका लगाने के प्रति उदासीन हैं मालिक

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
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भंडारा (का). पालतु कुत्तों को रेबीज नामक रोग नहीं होता है, इस मानसिकता के कारण जो लोग घर में कुत्ता पालते हैं, वे अपने कुत्ते को रेबीज का टीका नहीं लगाते. शहरी तथा ग्रामीण दोनों ही क्षेत्रों में पालतु तथा आवारा कुत्ते पाले जाते हैं. ग्रामीण क्षेत्र की तुलना में शहरी क्षेत्र में पालतु कुत्तों की संख्या निश्चय ही बहुत ज्यादा है, लेकिन कुत्तों के कारण समस्या का सामना शहरी तथा ग्रमीण दोनों ही क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को करना पड़ रहा है.

रेबीज रोग के ग्रसित कुत्ता जब दूसरे कुत्ते को काटता है और वह कुत्ता किसी व्यक्ति को काटता है तो उससे व्यक्ति की जान भी जा सकती है. इसलिए कुत्ता पालने वाले इस बात का ध्यान सदैव रखें कि अपने कुत्ते को रेबीज का टीका लगवाना है. कुत्ता पालने वालों के लिए यह अनिवार्य किया जाए कि वे अपने कुत्ते को हर साल रेबीज का टीका लगाएंगे, जो मालिक ऐसा नहीं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.