भंडारा

Published: Oct 10, 2020 11:42 PM IST

भंडारानुकसान भरपाई की प्रतीक्षा में हैं धान उत्पादक किसान

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

लाखनी (सं). तहसील में 20 तथा 21 अगस्त को हुआ मूसलाधार वर्षा के बाद जिले में आई बाढ़ से प्रभावित किसानों को अभी तक नुकसान भरपाई नहीं दी गई है. बाढ़ के कारण कई किसानों की धान की फसल पानी के नीचे चली गई थी, उनमें से 849 हेक्टर के 2449 किसानो की 33 प्रतिशत से ज्यादा फसल नष्ट हो गई.

तहसील की खरीफ फसल में धान मुख्य फसल है. अगस्त माह में किसान खेतों मे धान के रोप लगा चुके थे., लेकिन जब 20 अगस्त को सायंकाल के समय तेज हवाओं, मेघ गर्जना और बिजली की चमक के साथ वर्षा का आगमन हुआ. रात भर तहसील में 205 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई.

इस मूसलाधार वर्षा के कारण 484 घरों को नुकसान पहुंचा तथा उनमें 13 घर पूरी तरह से नष्ट हुए, जबकि 418 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है. सरकार की ओर से भंडारा तहसील क्षेत्र के गांवों को 1 करोड़, 14 लाख, 65 हजार रूपए मिलने अपेक्षित थे, लेकिन जन प्रतिनिधि की उदासीनता के कारण प्रभावित किसानों को अब तक मदद के रूप में कुछ भी नहीं मिला है, इसलि अब इन किसानों को नुकसान भरपाई देना बहुत जरूरी है.