भंडारा

Published: Jan 21, 2022 11:18 PM IST

ST Strikeग्रामीण क्षेत्रों में लालपरी शुरु करने की बुलंद होती आवाज

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
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भंडारा. एस टी के सरकार में विलीनीकरण को लेकर चल रही हड़ताल का जिले के शहरी क्षेत्रों की तरह ही ग्रमीण क्षेत्रों में भी असर हो रहा है. तहसील या जिला कार्यालय में काम के सिलसिले में या फिर निजी कामकाज के लिए आने वाले लोगों के लिए एस टी हड़ताल बहुत प्रभाव डाल रही है.

वर्तमान में मुख्य मार्गों पर लालपरी दौड़ती हुए दिखायी दे रही है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में लालपरी नहीं के बराबर दिखायी दे रही है. भंडारा डिपो से भंडारा अड्याल- अर्जुनी मोरगांव रोड की बस बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है. दिन में दो-बार भंडारा डिपो से यह बस चला करती थी, उस समय दोपहर के समय कम से कम एक बार इस मार्ग पर बस का परिचालन होता था, लेकिन वर्तमान में इस मार्ग पर बस चलती हुई दिखायी ही नहीं दे रही है.

साकोली डिपो से वाया लाखनी-पालांदूर मार्ग पर चलने वाली बस यात्रियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण थी. इसी तरह बाराभाटी-नागपुर वाया पालांदूर मार्ग पर भी एक बस चला करती थी, इससे इस मार्ग के यात्रियों को बहुत राहत मिलती थी. लालपरी गरीब जनता का अधिकार है.

राज्य परिवहन महामंडल को कितना भी नुकसान हो, फिर सरकार अपनी जिम्मेदारी समझते हुए लालपरी को सहयोग करती है. लालपरी सुरक्षित यात्रा की गारंटी है, ऐसे में अगर लालपरी ही न हो तो गरीब जनता अपने गंतव्य तक कैसे पहुंचेगी. 

ग्रामीण क्षेत्रों में साप्ताहिक बाजार का विशेष महत्व होता है. ग्रामीण क्षेत्रों में एसटी वाहन चालक जाना ही नहीं चाहते, इस वजह से वहां की जनता को वर्तमान में सफर करना बहुत मुश्किल हो जा रहा है. गांव के लोगों की ओर से लगातार यह आवाज उठायी जा रही है कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी लालपरी का परिचालन अच्छी तरह से किया जाए. गांव के लोगो का कहना है कि साप्ताहिक बाजार के दिन न केवल लालपरी का परिचालन किया जाए, बल्कि इस दिन ज्यादा बसें संचालित की जाए.