भंडारा

Published: Jul 29, 2022 11:35 PM IST

Fertilizersमहंगे रासायनिक खाद से बिगड़ रहा किसानों के खेतों का गणित

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
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भंडारा. फिलहाल किसान अपने कृषि के काम में लगा हुआ है, उर्वरक की बढ़ी हुई कीमत से किसानों की आर्थिक गणना बिगड़ने की संभावना है.  फिलहाल जिले में बुआई का काम तेजी से चल रहा है. मौसम विभाग ने इस साल समय पर बारिश होने की भविष्यवाणी की थी.इसलिए किसानों ने खरीफ सीजन की शुरुआत जोश के साथ की थी. 

हालांकि जून के महीने में बारिश नहीं हुई.जुलाई के महीने में भारी बारिश के चलते किसानों ने बुवाई शुरू कर दी है और कईयों ने बुवाई पूरी भी कर ली है. अब किसान रासायनिक खाद खरीदने की व्यवस्था कर रहे हैं.हालांकि उर्वरक की कीमत में औसतन 15 से 17 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इसलिए किसानों की आर्थिक स्थिति बिगड़ जाएगी.

 इस तरह बढ़ी उर्वरकों की कीमतें

 डीएपी उर्वरक के 50 किलोग्राम बैग की कीमत अब 1,900 रुपये हो गई है.पिछले साल इस बैग की कीमत 1300 रुपये थी.  इससे पहले इसी खाद की कीमत 1175 रुपये थी. 15:15:15 उर्वरक की कीमत 1000 रुपये हुआ करती थी.  अब उसी खाद की कीमत 1500 रुपये प्रति बोरी हो गई है. 12:32:16 उर्वरक पहले 1250 रुपये में मिलता था.  अब इसकी कीमत 1800 रुपये है. 20:20:0 उर्वरक की कीमत 950 रुपये थी. अब यह 1350 रुपये है.10:26:26 इस खाद की कीमत 1056 प्रति बोरी थी. अब यह 1400 रुपये है.